नौसेना का सबसे बड़ा रक्षा अभ्यास शुरू
देश की रक्षा तैयारियों की समीक्षा के लिए नौसेना का दो दिवसीय रक्षा अभ्यास तटीय क्षेत्रों में शुरू हो गया है। इस अभ्यास का कोडनेम ‘सी विजिल 2019’ है और इस तरह के बडे़ स्तर पर यह पहला अभ्यास है। नेवी के डेप्युटी चीफ ने कहा कि कई एजेंसियों की टीमें सभी तटीय जिलों के संवेदनशील स्थानों जैसे बड़े और छोटे मध्यवर्ती बंदरगाह, लाइटहाउस, तटीय पुलिस स्टेशन , नियंत्रण कक्ष और ऑपरेशन सेंटर आदि पर सुरक्षा समीक्षा के लिए तैनात की गई।
नेवी के डेप्युटी चीफ वाइस ऐडमिरल जी अशोक कुमार ने कहा कि इसका लक्ष्य समुद्री रास्ते के जरिए देशद्रोही तत्वों द्वारा यहां के क्षेत्रों और नागरिकों पर किसी भी तरह के हमले को नाकाम करने के लिए देश की तैयारी की समीक्षा करना है। उन्होंने कहा, 'भौगोलिक दृष्टि से इस अभ्यास का आकार बेहद बड़ा है। यहां तक कि इसमें शामिल स्टेक होल्डर्स, इसमें हिस्सा लेने वाली यूनिट और आब्जेक्टिव के मामले में यह बेहद बड़ा अभ्यास है। सभी केंद्रीय मंत्रालय और ऐजंसियों के साथ समुद्र तट से सटे 9 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों ने इसमें हिस्सा लिया। यहां तक कि मछुआरों और तटीय इलाकों में रहने वाले समुदाय भी इसका हिस्सा बने।'
26/11 हमले के बाद जांच में सामने आया था कि खुफिया एजेंसी और सुरक्षा एजेंसी के बी बेहतर कनेक्टिविटी नहीं होने की वजह से उस हमले के बारे में अधिक जानकारी नहीं जुटाई जा सकी थी। उस समय भी इस तरह की जानकारी मिली थी कि आतंकी समुद्र के रास्ते भारत में घुस सकते हैं।