राज्यपाल आनंदी बेन पटेल संग राजभवन के बच्चों ने पौधे लगाये

By Tatkaal Khabar / 10-08-2019 06:21:59 am | 14258 Views | 0 Comments
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लखनऊ: 9 अगस्त, 2019
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज वृक्षारोपण महाकुंभ के अवसर पर राजभवन में बरगद का पौधा रोपा। राज्यपाल की प्रेरणा से राजभवन परिसर में निवास करने वाले अधिकारी, कर्मचारी व उनके परिजनों द्वारा राज्यपाल के साथ ही अमरूद, आम, आवंला, कचनार, मौलश्री, पीपल, बरगद, हरसिंगार आदि के 90 पौधे रोपे। राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष 22 करोड़ पौधे रोपित करने का लक्ष्य रखा गया है।
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि वृक्षारोपण महाकुंभ में राजभवन परिसर में रहने वाले परिवार सहभाग करें। उन्होंने कहा कि राजभवन परिसर के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के बच्चों से वृक्षारोपण कराया जाये जिससे कि बच्चा स्वयं के बढ़ने के साथ-साथ पौधे को भी विकसित होता देख सके। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बच्चा एक पौधे को गोद लेगा और पौधे के साथ बच्चे के नाम की पट्टिका भी लगाई जाये जो आगे चलकर उसके लिये भी यादगार रहेगा।


राज्यपाल ने कासगंज में पौधा रोपित कर किया वृक्षारोपण महाकुंभ का शुभारम्भ

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल  आनंदीबेन पटेल ने आज जनपद कासगंज के चंदनपुर घटियारी ग्राम में पौधा रोपित करके वृक्षारोपण महाकुंभ का शुभारम्भ किया। जनपद कासगंज में 3,89,550 पौधे रोपित किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। राज्य सरकार ने ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की 77वी वर्षगांठ के अवसर पर प्रारम्भ किये गये वृक्षारोपण महाकुम्भ में ‘एक व्यक्ति एक वृक्ष’ अभियान  के अन्तर्गत 22 करोड़ पौधे लगाये जाने का संकल्प लिया है। इस अवसर पर सांसद राजवीर सिंह, राज्यमंत्री सुरेश पासी, राज्यमंत्री  संदीप सिंह, विधायक कासगंज  देवेन्द्र सिंह राजपूत, विधायक पटियाली  ममतेश शाक्य, विधायक अमापुर श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह, महानिदेशक नमामि गंगे  राजीव रंजन मिश्रा, प्रमुख सचिव वन एवं जलवायु परिवर्तन कल्पना अवस्थी, जिलाधिकारी  चन्द्र प्रकाश सिंह सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल ने इस अवसर पर रामचरितमानस के रचियता तुलसीदास की पावन जन्मस्थली एवं देश को आजाद कराने वाले शहीदों को नमन किया। उन्होंने कहा कि बदलता पर्यावरण चिंता का विषय है। जहाँ बारिश नहीं होती थी वहाँ बाढ़ की स्थिति है और जहाँ बारिश होती थी वह क्षेत्र सूखाग्रस्त हो रहा है। भावी पीढ़ी के लिये हमें पर्यावरण और जल को बचाना है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इसीलिये जल विभाग सृजित किया है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण एवं जल संरक्षण में महिलाओं एवं बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित की जाये।
 आनंदीबेन ने उपस्थित जनसमूह से कहा कि वह स्वयं तय करें कि पर्यावरण की रक्षा कैसे की जाये। पानी बचाने का आह्वान करते हुये उन्होंने कहा कि उतने ही पानी का उपयोग करें जितनी आवश्यकता हो। लोग आधा पानी पीते हैं आधा छोड़ देते हैं जो बर्बाद होता है। बच्चे भी बड़े काम कर सकते हैं। बेटी-बेटे में कोई भेद नहीं होना चाहिए। दोनों को उचित शिक्षा, पोषण, संस्कार देने और रोगमुक्त रखने की आवश्यकता है। छात्र-छात्राओं से अपेक्षा करते हुये राज्यपाल ने कहा कि वे अपने प्रधानाचार्य एवं शिक्षकों के साथ समय निकालकर आयें और नवरोपित पौधों की सिंचाई का काम करने की जिम्मेदारी लें। उन्होंने कहा कि जिस तरह मां-बाप अपने बच्चों को पाल-पोसकर बड़ा करते हैं, उसी तरह पौधों को भी अपनी संतान समझें।
        सांसद राजवीर सिंह ने कहा कि हर व्यक्ति कम से कम एक पौधा जरूर लगाये। उसकी देखभाल भी करें। हर गांव में पंचवटी के नाम से वृक्षारोपण करायें।
       महानिदेशक नमामि गंगे राजीव रंजन मिश्रा ने बताया कि सोरों में गंगा के किनारे स्थित गांव चन्दनपुर घटियारी की 62.25 हेक्टेयर भूमि पर 51 प्रजातियों के एक लाख एक हजार पौधे लगाकर गंगा वन स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि गंगा वन को ईको टूरिज्म के रूप में विकसित किया जायेगा।  
        इससे पूर्व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा राज्यपाल का स्वागत फलों से किया गया। बाद में यह फल आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों में वितरित कराये गये।