चीन को जम्मू-कश्मीर मामले में टिप्पणी का कोई अधिकार नहीं:भारत
भारत ने कश्मीर पर चीन के बयान को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन ने अनधिकृत तरीके से कश्मीर में भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर रखा है। तथाकथित सीपीईसी को लेकर भी भारत चिंता जाहिर करता रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने गुरुवार को कहा कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न हिस्सा है।
हम अन्य देशों से भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने की उम्मीद करते हैं। जम्मू-कश्मीर के मामले पर भारत पहले ही रुख साफ कर चुका है इसलिए चीन या फिर किसी दूसरे देश को टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। ठीक वैसे ही जैसे भारत भी अन्य देशों के मामलों में टिप्पणी करने से बचता है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले चीन ने जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटे जाने के कदम पर आपत्ति जताई थी और इसे गैर कानूनी और अमान्य बताया था। उसने कहा था कि लद्दाख में कुछ चीनी क्षेत्र भी शामिल है। भारत सरकार ने पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 के ज्यादातर प्रावधानों को हटाने और राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेशों में बांटने का फैसला लिया था।