कांग्रेस ने किया CDS की नियुक्ति का विरोध
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (Chief Of Defence Staff- CDS) घोषित कर दिया गया है। वह 1 जनवरी को अपना कार्यभार संभालेंगे। वहीं उनकी जगह लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवणे को 28वां सेना प्रमुख नियुक्त किया गया है। लेकिन कांग्रेस ने CDS की नियुक्ति का विरोध किया है।
कांग्रेस ने सवाल खड़े करते हुए इसे ‘गलत कदम’ करार दिया है। पंजाब से सांसद और कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा है कि यह सरकार का गलत कदम है।
सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने ट्वीट पर लिखा, ‘रक्षामंत्री के प्रधान सैन्य सलाहकार को नामित करने के बाद तीनों सेनाओं के प्रमुखों की ओर से सरकार को दिये जाने वाले सैन्य सुझावों पर क्या असर होगा? क्या CDS की सलाह संबंधित सेवा प्रमुखों की सलाह से ज्यादा अहमियत रखेगी?’
उन्होंने आगे लिखा, ‘क्या रक्षा मंत्री को तीनों सेनाओं के मुखिया अपनी रिपोर्ट रक्षा सचिव या सीडीएस के माध्यम से देंगे?’ सवाल किया कि ‘रक्षा सचिव की तुलना में CDS की शक्तियां क्या होंगी? क्या नियम 11 के संदर्भ में रक्षा सचिव रक्षा मंत्रालय के प्रशासनिक प्रमुख बने रहेंगे? सैन्य मामलों के लिए प्रस्तावित विभाग के अधिकार क्या होंगे?मनीष ने कहा, ‘क्या सीडीएस सेवा प्रमुखों के संबंध में तीनों सैन्य प्रतिष्ठानों और संगठनों से ऊपर रहेगा? सिविल सैन्य संबंधों पर सीडीएस की नियुक्ति के निहितार्थ क्या हैं?’
तिवारी ने आगे कहा, ‘मैं बेहद खेद और जिम्मेदारी के साथ कहना चाहता हूं कि सरकार ने CDS के संबंध में बहुत ही गलत कदम उठाया है। दुर्भाग्य से सिर्फ वक्त ही अकेले इस कदम के दुष्प्रभावों बारे में अनुमान कर सकता है।’