कोरोना वायरस संकट: द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दुनिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती : UN
कोरोना वायरस (coronavirus) महामारी द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से दुनिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि महामारी से निपटने के लिए पूरी दुनिया को बड़ी प्रतिक्रिया की जरूरत है क्योंकि यह संकट दुनियाभर में एक बड़ी मंदी लाएगा.
व्यापार और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के एक अध्ययन में कहा गया है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण इस साल ग्लोबल इनकम में खरबों डॉलर का नुकसान होगा. कहा गया है कि भारत और चीन को छोड़ दें तो सभी विकासशील देशों की अर्थव्यवस्थाओं को बड़ी मंदी का सामना करना पड़ेगा.
स्वास्थ्य संकट से ज्यादा मानवीय संकट
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने मंगलवार को महामारी के सामाजिक आर्थिक प्रभाव पर एक रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि यह दुनिया में अस्थिरता, अशांति और संघर्ष को भी बढ़ाएगा." रिपोर्ट में कहा गया है "हम संयुक्त राष्ट्र के 75 साल के इतिहास में किसी भी वैश्विक स्वास्थ्य संकट से बड़ी मुश्किल का सामना कर रहे हैं. यह संकट हजारों लोगों की जान ले रहा है, लोगों में दुःख-डर फैला रहा है''. संयुक्त राष्ट्र ने इसे स्वास्थ्य संकट से अधिक मानवीय संकट बताया है.