भारत को "एक अरब डॉलर" की आपातकालीन सहायता देगा "न्यू डेवलपमेंट बैंक"
कोरोना से जंग के लिए भारत को दुनिया की प्रमुख संस्थाएं मदद देने आगे आ रही हैं। विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक के बाद ब्रिक्स देशों के न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी) ने भारत को एक अरब डॉलर की आपातकालीन सहायता राशि देने का ऐलान किया है। न्यू डेवलपमेंट बैंक ने कहा कि वह यह लोन इसकारण दे रहा है, ताकि भारत को कोविड-19 के प्रसार को रोकने में मदद मिले और कोरोना महामारी से होने वाले मानवीय, सामाजिक और आर्थिक नुकसान को कम किया जा सके।
गौरतलब है कि शंघाई मुख्यालय वाला न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी), ब्रिक्स (ब्राजील,रूस,भारत,चीन और दक्षिण अफ्रीका) देशों द्वारा 2014 में स्थापित किया गया था। इसका नेतृत्व दिग्गज भारतीय बैंकर केवी कामथ कर रहे हैं। बैंक का उद्देश्य ब्रिक्स देशों और अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं और विकासशील देशों में बुनियादी ढांचे और सतत विकास परियोजनाओं के लिए संसाधन जुटाना है।
इन बैंकों ने भी किया है मदद का ऐलान
पिछले महीने विश्व बैंक ने भी कोरोना के प्रकोप से निपटने के लिए भारत के लिए 1 अरब डॉलर के आपातकालीन वित्तपोषण को मंजूरी दी थी। इसके बाद एशियाई विकास बैंक ने कोरोना से मदद के लिए भारत को 1.5 अरब डॉलर का पैकेज देने का ऐलान किया है। इस बारे में एडीबी और भारत सरकार के बीच एक एग्रीमेंट हुआ है।
आपातकालीन सहायता कार्यक्रम ऋण के तहत भारत को यह कर्ज एनडीबी निदेशक मंडल द्वारा 30 अप्रैल को मंजूर किया गया था। इसका उद्देश्य भारत सरकार को कोविड -19 के प्रसार को रोकने की लड़ाई में शामिल करना और कोरोनो वायरस के कारण होने वाले मानवीय, सामाजिक और आर्थिक नुकसान को कम करना है।