फ्लाइट में बीच की सीट रखनी होगी खाली, यात्रियों को पानी देने पर भी रोक
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने विमान सेवा कंपनियों से बीच की सीट खाली रखने, यात्रियों को विसंक्रमण सुरंग से होकर विमान में प्रवेश देने का विकल्प तलाशने और उड़ान के दौरान पानी भी नहीं देने का आदेश दिया है। नागरिक उड्डयन नियामक ने उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी के आलोक में रविवार को जारी आदेश में यात्री उड़ानों के लिए अतिरिक्त दिशा-निर्देश जारी किए। उसने कहा कि जहां तक संभव हो बीच की सीट खाली रखी जानी चाहिए, हालाँकि एक साथ बैठने वाले सभी यात्रियों के एक ही परिवार का सदस्य होने पर यह जरूरी नहीं होगा। यदि यात्रियों की संख्या अधिक है और बीच की सीट खाली रखना संभव नहीं है तो बीच की सीट पर बैठने वाले यात्री को पूरे शरीर को ढँकने वाला गाउन दिया जायेगा जो कपड़ा मंत्रालय के मानकों के अनुरूप होगा।
सभी यात्रियों को एयरलाइंस द्वारा तीन परत वाला मास्क, फेस शील्ड और पर्याप्त मात्रा में सेनिटाइजर देना भी अनिवार्य किया गया है। डीजीसीए ने विमान के अंदर यात्रियों को पानी दिये जाने पर भी पाबंदी लगा दी है। उसने कहा है कि सिर्फ चिकित्सा आपात स्थिति में ही यात्रियों को एयरलाइंस की तरफ से पानी दिया जाना चाहिये। विमान में खाना परोसे जाने पर पहले से ही रोक लगी हुई है।