मनोवैज्ञानिक डॉ0 सृष्टि ने बताया कैसे वृद्धजनों को कोविड-19 के प्रकोप से बचाया जाये
लखनऊ/ इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज के तत्वावधान में वृद्धजनों के लिए हर परिस्थिति में उम्मीद का दामन थामे रहे मनोविज्ञान पर आधारित जूम एप पर हुऐ ऑनलाइन कार्यक्रम में मनोवैज्ञानिक डॉक्टर सृष्टि श्रीवास्तव ने कोविड-19 महामारी से बचने के उपाय बताएं।
प्रश्न-क्या कोरोना के भय से इम्यूनिटी कम हो जाती है?
उत्तर- मयंक रंजन जी पहले तो हम आपकी सकारात्मक ऊर्जा के लिए आपको दिल से शुभकामनाएं देती हूं कि आप इस महामारी के समय में भी हमेशा समाज को कुछ न कुछ सकारात्मक दिशा देने का प्रयास करते रहते हैं, हां यह एकदममहामारी ने सभी उम्र के लोगों की दिमागी संतुलन को हिला कर रख दिया है और सीनियर सिटीजन में तो नार्मल स्थिति में भी चिंता और तनाव हावी हो जाता है
इस महामारी के समय में भी हमेशा समाज को कुछ न कुछ सकारात्मक दिशा देने का प्रयास करते रहते हैं, हां यह एकदम वैज्ञानिक सच है कि इम्यूनिटी स्ट्रोन और भय भी मेंटल स्टेट में कम हो जाती है
प्रश्न,- सीनियर सिटीजन में मेन्टल स्टेट कैसी है और उनके व्यवहार में कौन से परिवर्तन आ रहे हैं,?
उत्तर - मयंक जी महामारी ने सभी उम्र के लोगों की दिमागी संतुलन को हिला कर रख दिया है और सीनियर सिटीजन में तो नार्मल स्थिति में भी चिंता और तनाव हावी हो जाता है ,उन्हें हमेशा एक डर बना रहता है कि वह बीमार ना हो जाए, उनकी जीवन जीने की तमन्ना और प्रबल होने लगती है क्योंकि रेत मुट्ठी से फिसलती महसूस होती है। वह हमेशा डरे हुए तथा आशंकित रहते हैं।
प्रश्न सीनियर सिटीजन स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए क्या-क्या करें?
उत्तर- सीनियर दोस्त सबसे पहले खुश रहें और मस्त रहें ।अपनी दवाई समय पर लें, गुनगुना पानी, पौष्टिक भोजन के साथ-साथ थोड़ा बहुत एक्सरसाइज करें और सबसे बड़ी बात की और विरिह ना समझें, निराश ना हो। परिवार और मित्र हमेशा आपके साथ हैं ।
प्रश्न- यह लोग कैसे अपने को व्यस्त रखें ?
उत्तर - बहुत स्वाभाविक बात आपने कही कि, वह अपने को कैसे व्यस्त रखें । मैंने पहले भी कहा था कि वह अपने घर का अहम हिस्सा माने ,छोटी-छोटी मदद करें जैसे बच्चों को होमवर्क करने में मदद कर सकते हैं ,पौधों में पानी डाल सकते हैं । न्यूज़ के साथ-साथ थोड़ा पूजा-पाठ भजन ध्यान वगैरह उन्हें सुकून देगा ।
प्रश्न - बुजुर्गों को काउंसलिंग की कुछ टिप्स बताएं ?
उत्तर-बुजुर्ग लोग दो कदम आगे बढ़कर युवा पीढ़ी से दोस्ती का हाथ बढ़ाएं बहुत मजा आएगा। घर के लोगों पर बात बात पर नाराज ना हो, बल्कि उनके सुर में सुर मिला के उनसे नई तकनीक समझें,खुल कर बात करें। यह अनोखी पहल करें ,अच्छा रहेगा। सकारात्मक सोच रखें ,डरे नहीं ,घरवालों के साथ सहयोग करें।
शाश्वत तिवारी