राष्ट्रपति के समक्ष विपक्ष ने उठाया किसानों का मुद्दा, राहुल गांधी ने कहा - देश का किसान कभी नहीं डरेगा
कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन के बीच विपक्षी दलों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार शाम को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर कानूनों को रद्द करने की मांग उठाई। इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, सीपीएम महासचिव सीतारम येचुरी समेत विपक्ष के 5 नेता शामिल रहे। राष्ट्रपति से मुलाकात में विपक्ष के नेताओं ने एक ज्ञापन देकर कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की और कहा कि किसानों को सरकार पर अब भरोसा नहीं रहा है।
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि कृषि कानून किसान विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि हमने राष्ट्रपति से कहा है कि इन किसान विरोधी कानूनों को वापस लिया जाए। उन्होंने कहा, “पीएम ने कहा था कि ये कानून किसानों के हित में हैं, तो फिर किसान सड़क पर क्यों खड़े हैं? सरकार को ये नहीं समझना चाहिए कि किसान डर जाएंगे और हट जाएंगे। जब तक कानून वापस नहीं हो जाते, तब तक किसान न हटेगा न डरेगा।”
राहुल गांधी ने आगे कहा, “सरकार को गलतफहमी में नहीं होना चाहिए कि किसान समझौता कर लेगा। मैं किसानों से कह रहा हूं कि अगर आप आज नहीं खड़े हुए तो फिर आप कभी नहीं खड़े हो पाओगे और हम सब आपके साथ हैं। आप बिल्कुल मत घबराइए।