Chauri Chaura Mahotsav: मुख्यमंत्री योगी ने किया चौरी चौरा सत्याग्रहियों का सम्मान, CM आफिस ने अपने Twitter हैंडल का डीपी बदला
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने चौरीचौरा के सत्याग्रहियों के सम्मान में अपने अधिकृत Twitter हैंडल का डीपी कुछ समय के लिए बदल दिया। उधर, चौरी चौरा शताब्दी महोत्सव के कार्यक्रमों में गुरुवार को दिनभर चौरी चौरा शहीद स्थल पर आयोजन होते रहे। पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल वर्चुअल रूप से जुड़ीं और सीएम योगी आदित्यनाथ स्वयं कार्यक्रम में मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आजादी की खातिर अपना जीवन बलिदान करने वाले बलिदानियों को नमन किया। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने चौरी-चौरा कांड पर प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि चौरी-चौरा के बलिदानी हो वीर शहीदों के चरणों में प्रणाम करता हूं आदर पूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं। चौरीचौरा की पवित्र भूमि पर देश के लिए बलिदान होने वाले और देश के स्वाधीनता आंदोलन को नई दिशा देने वाले वीरों को प्रणाम करता हूं। देश जब आजादी के 77वे बरस में प्रवेश कर रहा है। यह आयोजन उसे और महत्वपूर्ण बना दे रहा है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने चौरीचौरा के सत्याग्रहियों के सम्मान में अपने अधिकृत Twitter हैंडल का डीपी कुछ समय के लिए बदल दिया। उधर, चौरी चौरा शताब्दी महोत्सव के कार्यक्रमों में गुरुवार को दिनभर चौरी चौरा शहीद स्थल पर आयोजन होते रहे। पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल वर्चुअल रूप से जुड़ीं और सीएम योगी आदित्यनाथ स्वयं कार्यक्रम में मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आजादी की खातिर अपना जीवन बलिदान करने वाले बलिदानियों को नमन किया। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने चौरी-चौरा कांड पर प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीपीएम नरेंद्र मोदी और यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल वर्चुअल रूप से जुड़ीं और सीएम योगी आदित्यनाथ स्वयं कार्यक्रम में मौजूद रहे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने चौरीचौरा के सत्याग्रहियों के सम्मान में अपने अधिकृत Twitter हैंडल का डीपी कुछ समय के लिए बदल दिया। उधर, चौरी चौरा शताब्दी महोत्सव के कार्यक्रमों में गुरुवार को दिनभर चौरी चौरा शहीद स्थल पर आयोजन होते रहे। पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल वर्चुअल रूप से जुड़ीं और सीएम योगी आदित्यनाथ स्वयं कार्यक्रम में मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आजादी की खातिर अपना जीवन बलिदान करने वाले बलिदानियों को नमन किया। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने चौरी-चौरा कांड पर प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीपीएम नरेंद्र मोदी और यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल वर्चुअल रूप से जुड़ीं और सीएम योगी आदित्यनाथ स्वयं कार्यक्रम में मौजूद रहे।
ने कार्यक्रम को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि चौरी-चौरा के बलिदानी हो वीर शहीदों के चरणों में प्रणाम करता हूं आदर पूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं। चौरीचौरा की पवित्र भूमि पर देश के लिए बलिदान होने वाले और देश के स्वाधीनता आंदोलन को नई दिशा देने वाले वीरों को प्रणाम करता हूं। देश जब आजादी के 77वे बरस में प्रवेश कर रहा है। यह आयोजन उसे और महत्वपूर्ण बना दे रहा है।
चौरीचौरा घटना के 100 साल पूरे होने के अवसर पर बृहस्पतिवार से साल भर तक गोरखपुर समेत प्रदेश के सभी जिलों में अलग-अलग कार्यक्रम होंगे। चौरीचौरा शहीदों के सम्मान में यह अब तक का सबसे बड़ा कार्यक्रम होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर पहला मौका है जब समूचा प्रदेश शहीदों को सम्मान देने के लिए एक साथ आगे बढ़ा है। महोत्सव की तैयारियां बुधवार देर रात तक पूरी कर ली गईं। पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी व प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम देर रात तक शहीद स्थल पर डटे रहे।
कमिश्नर जयंत नार्लिकर ने भी तैयारियों की समीक्षा की है। कमिश्नर के मुताबिक बुधवार को सुबह 8:30 बजे विभिन्न स्कूल-कॉलेजों के बच्चे और लोक कलाकार चौरीचौरा शहीद स्मारक तक प्रभात फेरी निका। शाम को पुलिस बैंड द्वारा राष्ट्रधुन का वादन होगा। शाम छह बजे चौरीचौरा समेत जिले के सभी शहीद स्थलों को दीपों से रोशन किया जाएगा। शहीदों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित भी किया जाएगा।
कुछ इस तरह हुई थी चौरीचौरा की घटना
चार फरवरी 1922 को चौरीचौरा के भोपा बाजार में सत्याग्रही जुटे थे। उन्हीं में से एक की गांधी टोपी को एक सिपाही ने पांवों तले रौंद दिया था। इसी पर सत्याग्रही आक्रोशित हो उठे और उन्होंने पुलिसवालों को दौड़ा लिया। पुलिसवाले भागकर थाने में छिप गए। थाने को सत्याग्रहियों ने घेर लिया। पुलिस ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें तीन सत्याग्रही मौके पर शहीद हो गए। घटना में 50 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। गुस्साए क्रांतिकारियों ने पुलिस चौकी को आग लगाकर दारोगा समेत 23 पुलिसकर्मियों को जला दिया था, जिसमें 19 लोगों को फांसी की सजा हुई थी।
चौरीचौरा घटना के 100 साल पूरे होने के अवसर पर बृहस्पतिवार से साल भर तक गोरखपुर समेत प्रदेश के सभी जिलों में अलग-अलग कार्यक्रम होंगे। चौरीचौरा शहीदों के सम्मान में यह अब तक का सबसे बड़ा कार्यक्रम होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर पहला मौका है जब समूचा प्रदेश शहीदों को सम्मान देने के लिए एक साथ आगे बढ़ा है। महोत्सव की तैयारियां बुधवार देर रात तक पूरी कर ली गईं। पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी व प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम देर रात तक शहीद स्थल पर डटे रहे।
कमिश्नर जयंत नार्लिकर ने भी तैयारियों की समीक्षा की है। कमिश्नर के मुताबिक बुधवार को सुबह 8:30 बजे विभिन्न स्कूल-कॉलेजों के बच्चे और लोक कलाकार चौरीचौरा शहीद स्मारक तक प्रभात फेरी निका। शाम को पुलिस बैंड द्वारा राष्ट्रधुन का वादन होगा। शाम छह बजे चौरीचौरा समेत जिले के सभी शहीद स्थलों को दीपों से रोशन किया जाएगा। शहीदों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित भी किया जाएगा।
कुछ इस तरह हुई थी चौरीचौरा की घटना
चार फरवरी 1922 को चौरीचौरा के भोपा बाजार में सत्याग्रही जुटे थे। उन्हीं में से एक की गांधी टोपी को एक सिपाही ने पांवों तले रौंद दिया था। इसी पर सत्याग्रही आक्रोशित हो उठे और उन्होंने पुलिसवालों को दौड़ा लिया। पुलिसवाले भागकर थाने में छिप गए। थाने को सत्याग्रहियों ने घेर लिया। पुलिस ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें तीन सत्याग्रही मौके पर शहीद हो गए। घटना में 50 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। गुस्साए क्रांतिकारियों ने पुलिस चौकी को आग लगाकर दारोगा समेत 23 पुलिसकर्मियों को जला दिया था, जिसमें 19 लोगों को फांसी की सजा हुई थी।