Glacier breaks in Chamoli: चमोली में ग्लेशियर टूटने से भयावह हालात; 3 शव बरामद, 150 लोगों के मरने की आशंका
उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में ग्लेशियर टूटने (Chamoli me Glacier Toota) के बाद तबाही का भयावह मंज़र देखने को मिल रहा है. कई घर बह गये हैं. अब तक 100 से 150 लोगों के मरने की आशंका है. ऋषिगंगा पॉवर प्रोजेक्ट के 50 लोग लापता है. ऋषिगंगा पॉवर प्रोजेक्ट को भी भारी नुकसान पहुंचा है. एनडीआरएफ की कई टीमें बचाव कार्य में लगी हुई हैं. भारतीय सेना के 600 जवान भी मौके पर भेजे गये हैं. पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि हम हालात की निगरानी कर रहे हैं. एयरफोर्स को अलर्ट कर दिया गया है. कभी भी एयरफोर्स की ज़रूरत पड़ सकती है. फंसे लोगों की मदद के लिए उत्तराखंड सरकार ने हेल्पलाइन नम्बर जारी कर दिया गया है. ये हेल्प लाइन नम्बर 1070, 9557444486 हैं.
ग्लेशियर चमोली के जोशीमठ (Joshimath) के रैनी गाँव में टूटा है. यहाँ एक बर्फ का बड़ा पहाड़ था, जो अचानक धरधरा कर गिर गया. इससे धौलीगंगा नदी का जलस्तर भयानक स्तर तक बढ़ गया है. कई गाँवों के दर्जनों घर बह गये हैं. उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि सरकार ज़रूरी कदम उठा रही है
चमोली के रैनी गाँव में टूटे ग्लेशियर का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि किस तरह से पहाड़ों के बीच से तेजी से पानी बह रहा है.चमोली में ग्लेशियर जिस तरह से टूटा है, उसे देखते हुए एक बार फिर लोग सिहर उठे हैं. ग्लेशियर टूटने से कई नदियों का जल स्तर बेहद ज्यादा बढ़ सकता है. इसे ध्यान में रखते हुए निचले इलाकों को खाली करा लिया गया है. रेड अलर्ट जारी किया गया है. नदियों के आसपास रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है.
उत्तराखंड पुलिस ने बताया कि ग्लेशियर के टूटने से ऋषि गंगा पॉवर प्रोजेक्ट (Rishiganga Power Project) को नुकसान पहुंचा है. तपोवन इलाके में टूटे इस ग्लेशियर से अलकनंदा नदी (Alaknanda) का जल स्तर भी बढ़ सकता है. इसलिए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है. मौके पर एनडीआरएफ की टीम भी है, जो बचाव कार्य में लगी हुई है. पुलिस के साथ ही कई सीनियर अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं.