फेस पर नजर आ रहे हैं हाइपरपिग्मेंटेशन! जानिए इसके होने की वजह और छुटकारा पाने के उपाय
उम्र बढ़ने के साथ ही चेहरे पर दाग धब्बे और झाइयां पड़ना एक आम समस्या है जिससे हर कोई बचना चाहता है. इनमें सबसे कॉमन समस्या है हाइपरपिग्मेंटेशन की. हाइपरपिग्मेंटेशन स्किन की एक ऐसी समस्या है जिसमें स्किन का कुछ हिस्सा ज्यादा गहरा दिखने लगता है और अनइवन हो जाता है. यह स्किन पर बहुत अधिक मेलेनिन (melanin) के उत्पादन की वजह से होता है. दरअसल मेलेनिन एक प्रकार का प्रोटीन है जो स्किन को उसका प्राकृतिक रंग देने का काम करता है. लेकिन पिगमेंटेशन डिसऑर्डर के कारण धीरे-धीरे स्किन का रंग गहरा होने लगता है. तो आइए जानते हैं इसकी वजह.
हाइपरपिग्मेंटेशन का कारण
-अगर आप अत्यधिक और डायरेक्ट धूप के संपर्क में रहते हैं तो आपकी त्वचा गहरी होने लगती है और पिगमेंटेड दिखने लगती है. ऐसे में अगर धूप के डायरेक्ट एक्सपोजर से स्किन को बचाया जाए तो इससे बचा जा सकता है.
-पोस्ट-इंफ्लेमेटरी हाइपरपिग्मेंटेशन से भी त्वचा पर गहरे काले या भूरे रंग के धब्बे पड़ सकते हैं. इसके अलावा स्किन पर चोट, मुहांसे आदि के दाग भी इसका कारण होते हैं.
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-कई बार कुछ दवाएं जैसे मलेरिया-रोधी दवाएं और ट्राइसाइक्लिक एंटीडिप्रेसेंट्स के साइड इफेक्ट के कारण हाइपरपिग्मेंटेशन हो सकता है. आपकी त्वचा की संवेदनशील बना देते हैं और स्किन का कलर गहरा होने लगता है.
-कभी-कभी पिगमेंटेशन उम्र बढ़ने के कारण भी होता है.
कैसे करें कम
-सेब के सिरके को नियमित रूप से प्रभावित एरिया पर लगाएं. इसमें पॉलीफोनिक यौगिक होते हैं जो हाइपरपिग्मेंटेशन को ठीक करने का काम करता है.
-धूप में जाने से पहले सनग्लास, स्कार्फ आदि कैरी करें और सनस्क्रीन लगाएं.
-क्रीम लगाएं, खूब पानी पिएं और त्वचा को हाइड्रेट रखें.
-चंदन का प्रयोग करने से हाइपरपिग्मेंटेशन स्पॉट हल्का होता है.