प्रधानमंत्री मोदी ने ठाणे और दिवा को जोड़ने वाली रेलवे लाइन राष्ट्र को किया समर्पित
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को ठाणे और दिवा को जोड़ने वाली दो अतिरिक्त रेलवे लाइनों को राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री का यह कार्यक्रम वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए हुआ। प्रधानमंत्री ने मुंबई उपनगरीय रेलवे की दो उपनगरीय ट्रेनों को भी रवाना किया। इस मौके पर पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि इन रेल लाइनों की शुरुआत से हर मुंबईकर को आवागमन में सहूलियत मिलेगी। इसके साथ ही पीएम मोदी ने घोषणा की कि आने वाले कुछ वर्षों में देश में 400 नई वंदे भारत ट्रेनें शुरू की जाएंगी।
शुरू की जाएंगी 400 नई वंदे भारत ट्रेनें
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने पिछले सात वर्षों के दौरान रेलवे में कई सुधारों को बढ़ावा दिया है। पूर्व की सरकारों में क्रियान्वयन की योजना में कमी थी। इसी उदासीनता के चलते दशकों तक परियोजनाएं ठप रहीं। पीएम मोदी ने कहा कि छह हजार से ज्यादा रेलवे स्टेशनों को वाईफाई से जोड़ा गया है। आज वंदे भारत ट्रेनें रेल परिवहन में सुधार कर रही हैं। अगले कुछ वर्षों में 400 नई वंदे भारत ट्रेनें शुरू की जाएंगी।
पूर्व की सरकार पर बोला हमला
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि बरसों से हमारे यहां एक सोच हावी रही कि जो साधन और संसाधन गरीब और मध्यम वर्ग इस्तेमाल करता है उस पर निवेश ना किया जाए। पिछली सरकारों की इसी सोच के चलते भारत के पब्लिक ट्रांसपोर्ट की चमक हमेशा फीकी ही रही। अब हालात बदल गए हैं। मौजूदा वक्त में भारत उस पुरानी सोच को पीछे छोड़कर आगे बढ़ रहा है।
निशाने पर कांग्रेस
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पहले इंफ्रास्ट्रक्चर की परियोजनाएं वर्षों तक चलती थीं। ऐसा इसलिए होता था क्योंकि सरकारों में परियोजनाओं की योजना से लेकर उसे धरातल तक उतारने में तालमेल की कमी थी। ऐसी सोच और इस तरह की अप्रोच से 21वीं सदी भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण संभव नहीं है। यही कारण है कि हमने पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टरप्लान बनाया है ताकि इंफ्रास्ट्रक्चर की परियोजनाएं तेजी से पूरा की जा सकें...
इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण पर विशेष फोकस
पीएम मोदी ने कहा कि आजाद भारत की तरक्की और खुशहाली में मुंबई महानगर ने अपना अहम योगदान दिया है। अब हमारी कोशिश है कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भी इस महानगर की क्षमता कई गुना बढ़े। इसी को ध्यान में रखते हुए मुंबई में 21वीं सदी के इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण पर हम विशेष फोकस कर रहे हैं।
अहमदाबाद मुंबई हाई स्पीड रेल समय की जरूरत
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मौजूदा वक्त में अहमदाबाद मुंबई हाई स्पीड रेल समय की जरूरत है। मुंबई और देश को इसकी आवश्यकता है। ये मुंबई की क्षमता को मजबूत बनाएगी। आज इसी मकसद से मुंबई उपनगरीय रेलवे नेटवर्क का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। इसके लिए सुरक्षित तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसकी क्षमता करीब 400 किलोमीटर तक बढ़ाई जा सकती है। हमारी सरकार 19 स्टेशनों के आधुनिकीकरण और सीबीडीसी प्रणाली को लागू करने की योजना बना रही है।
लोकल को आधुनिक बनाने पर जोर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज से मध्य रेलवे की इन लाइनों पर 36 नई लोकल ट्रेनें चलने जा रही हैं। इनमें अधिकतर वातानुकूलित ट्रेनें शामिल हैं। मौजूदा परियोजना लोकल की सुविधा को विस्तार देने और लोकल को आधुनिक बनाने के हमारी सरकार की प्रतिबद्धता का एक हिस्सा है।
यूपीए सरकार पर साधा निशाना
पीएम मोदी ने कहा कि बीते सात वर्षों के दौरान मुंबई में मेट्रो का भी काफी विस्तार हुआ है। मुंबई के आसपास के उपनगरीय केंद्रों में भी मेट्रो रेल सेवाएं शुरू की जा रही हैं। पीएम मोदी ने पूर्व की यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि साल 2008 में इन लाइनों के निर्माण की आधारशिला रखी गई थी। इस परियोजना को 2015 तक पूरा होना था। सरकार बनने के बाद हमने इस परियोजना पर तेजी से काम करना शुरू किया और इसे पूरा किया जाना सुनिश्चित किया।
मुंबई वासियों के जीवन में आएगा बड़ा बदलाव
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कल छत्रपति शिवाजी महाराज की जन्मजयंती है। सर्व प्रथम मैं भारत के महान महानायक के चरणों मे प्रणाम करता हूं। ठाणे-दिवा के बीच नई बनी पांचवीं और छठी रेल लाइनें मुंबई वासियों के जीवन में एक बड़ा बदलाव लाएंगी। ये रेल लाइनें मुंबईकरों के जीवन को आसान बनाएंगी।
620 करोड़ रुपये आई है लागत
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक ठाणे और दिवा को जोड़ने वाली दो अतिरिक्त रेल लाइनों के निर्माण पर लगभग 620 करोड़ रुपये की लागत आई है। इस परियोजना के जारिए किए गए निर्माण कार्यों में 1.4 किलोमीटर लंबा रेल फ्लाईओवर, तीन प्रमुख पुल, 21 छोटे पुल शामिल हैं।
यह होगी सहूलियत
माना जा रहा है कि इन लाइनों के निर्माण से मुंबई में उपनगरीय रेलगाड़ियों के यातायात में सहूलियत होगी। साथ ही लंबी दूरी की रेलगाड़ियों के यातायात में अब तक आ रही रुकावटों को काफी हद तक दूर किया जा सकेगा। यही नहीं इन लाइनों की मदद से शहर में 36 नई उपनगरीय ट्रेनें भी चलाई जा सकेंगी।
मध्य रेलवे का व्यस्ततम जंक्शन
मालूम हो कि कल्याण मध्य रेलवे का काफी व्यस्त रहने वाला मुख्य जंक्शन है। देश के उत्तरी और दक्षिणी भाग से आने वाला यातायात भी इसी जंक्शन पर जुड़ता है। इसी जंक्शन से ट्रेनें छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसटीएम) की ओर भी जाती हैं। माना जा रहा है कि उक्त रेल लाइनें मिलने से रेल यातायात के संचालन में आसानी होगी।