क्या है ड्राई आई सिंड्रोम ? डायबिटीज में ज्यादा खतरा

By Tatkaal Khabar / 03-08-2023 03:31:34 am | 15342 Views | 0 Comments
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अधिकतर लोग कंप्यूटर, मोबाइल, लैपटॉप, टीवी में आंखे गड़ाए हुए नजर आते हैं. जिधर देखो उधर लोगों के हाथों में फोन दिखाई देता है. वहीं लोग दिनभर लैपटॉप की स्क्रीन को निहारते रहते हैं. ऐसे में लोगों में आंख से जुड़ी समस्याएं आम हो गई हैं. इन्हीं परेशानियों में से एक है ड्राई आई सिंड्रोम (Dry Eye Syndrome) की समस्या. 


क्या है ड्राई आई सिंड्रोम-
एमडी मेडिसिन, सलाहकार चिकित्सक, मधुमेह विशेषज्ञ डॉ. सचिन नलावडे ने बताया कि आज के समय में ड्राई आई सिंड्रोम की परेशानी आम हो गई है. ड्राई आई सिंड्रोम में व्यक्ति की आंखों में सूखापन सा अहसास होने लगता है .किसी भी उम्र में किसी को भी सूखी आंखें हो सकती हैं, यह निश्चित रूप से वृद्ध व्यक्तियों में आम है और पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक आम है.

मूल रूप से ड्राई आई सिंड्रोम दो मुख्य कारणों की वजह से होता है. पहला आंखों में पर्याप्त आंसू न आना और दूसरा है आंखों में आंसू का अधिक तेज़ी से वाष्पित हो जाना. इसके पीछे मुख्य विकृति मेइबोमियन ग्रंथि या लैक्रिमल ग्रंथि या आंखों में गॉब्लेट्स कोशिकाओं में शिथिलता है. आंखों को शुष्क होने से बचाने के लिए कंप्यूटर का उपयोग करते समय/टीवी देखते समय/गाड़ी चलाते समय सचेत रूप से पलकें झपकाना, हवा/कठोर हवा से बचने के लिए चश्मा पहनना, धुएं वाली जगहों या धूम्रपान से बचना है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनियाभर में करीब 2.2 बिलियन लोगों की आंखों की रोशनी कमजोर है, जिसमें से कम से कम 1 बिलियन लोग अपनी आंखों की रोशनी को बचा सकते हैं. ड्राई आई सिंड्रोम भी आंखों की रोशनी को कमजोर कर देता है.

डायबिटीज और ड्राई आई सिंड्रोम के बीच संबंध-
हाल ही में की गई एक स्टडी में पता चला कि डायबिटीज और ड्राई आई सिंड्रोम के बीच संबंध है. जर्नल डायबिटीज केयर में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक ड्राई आई सिंड्रोम की समस्या उन लोगों में अधिक देखी जाती है जो
डायबिटीज से पीड़ित हैं. इस अध्ययन में करीब 1,000 लोगों को शामिल किया गया था, जिसमें देखा गया कि डायबिटीज के मरीजों की आंखों में आंसू कम बनते हैं या तो उनके आंसुओं की गुणवत्ता में कमी है. साथ ही ये बताया गया कि ब्लड शुगर लेवल जब ज्यादा होता है तो आंसू बनाने वाले ग्लैंड्स को नुकसान पहुंचता है, जिसके चलते ड्राई आई सिंड्रोम की संभावना बढ़ जाती है.

ड्राई आई सिंड्रोम के लक्षण-
-आंखों में जलन
-आंखों में खुजली
-आंखों के आसपास चिपचिपा पदार्थ इकट्ठा होना
-आंखें लाल होना
-रात में दिखना बंद होना
-आंखों से पानी आना
-नजर कमजोर होना

ड्राई आई सिंड्रोम का इलाज –
-हवा से बचने के लिए चश्मा पहनना
– धूम्रपान से बचना
-काम करते हुए आंखों को ब्रेक दें
-रैपअराउंड ग्लासेज पहनें.
-टीवी, मोबाइल, कंप्यूटर देखते समय पलकों को जल्दी-जल्दी झपकाएं.
-कमरे का तापमान सामान्य रखें.
-आर्टिफिशिलय टियर्स और आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करें.
-आंखों की साफ-सफाई करें.