Parliament Monsoon Session: ऑपरेशन सिंदूर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि अचानक से क्यों रोका गया opretion

By Tatkaal Khabar / 28-07-2025 09:19:36 am | 195 Views | 0 Comments
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नई दिल्ली: संसद के दोनों सदनों यानी लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही की शुरुआत एक बार फिर हंगामे से हुई.  इस बीच देश के रक्षा मंत्री रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सदन को बताया कि 6 और 7 में को सी ने ऑपरेशन से दूर के तहत देश की संप्रभुता की रक्षा करते हुए कार्रवाई की थी। 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने अमानवीय कृत को अंजाम दिया था और 26 लोगों का धर्म पूछ कर उनकी हत्या कर दी थी। ऑपरेशन सिंदूर को पूरी सटीकता से निभाया गया। पाकिस्तान में आतंकवादियों के नौ ठिकानों पर हमला किया गया। आतंकवाद भी मारे गए हमारे आंकड़ों के हिसाब से हमने उनके हैंडलर और आतंकवादियों को खत्म किया 100 आतंकवादी मारे गए। हमने नौ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया। हमने आतंकवादियों को घुसकर मारा। हमने 26 निर्दोषों की हत्या का बदला लिया। यह सिंदूर की लाली शौर्य की कहानी है। हमने ऑपरेशन सिंदूर 22 मिनट में खत्म किया। हमारे पास इसके पूरे सबूत हैं। भारत के डीजीएमओ ने पाकिस्तान को इस हमले के बारे में सारी जानकारी दी। जिन हमने उन्हें ही मारा जिन्होंने हमें नुकसान पहुंचा था। हमारी सेवा ने बहादुरी के साथ पाकिस्तान के सभी हमले को पाकिस्तान हमारे खिलाफ असफल रहा हमारी सेनाएं पूरी तरह सतर्क थी हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली ने दुश्मन के हर मनसबे को नाकामयाब कर दिया। हम सभी को सेना की कामयाबी पर उसे शाबाशी देनी चाहिए। इसके बाद सभी सांसदों ने मेजर थपथपा कर सेना की हौसला अफजाई की। भारतीय सेना ने जमीन पर और वायु सेवा ने आसमान में मोर्चा थाम लिया। साथी नौसेना ने समुद्र में अपना मोर्चा कस दिया। सारी दुनिया को यह पता चल गया हम हर तरीके से पाकिस्तान से निपट लेंगे। पूरी दुनिया को हमने यह बता दिया हमने ऑपरेशन सिंदूर के मकसद को पा लिया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सदन को बताया हमने किसी के दबाव में अपनी कार्रवाई बंद नहीं की। ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य आतंकवादियों के अड्डों को खत्म करना था। हमारा उद्देश्य किसी की सीमा पर कोई अतिक्रमण करना नहीं था। हमारी सेवा ने सिर्फ उन लोगों को निशाना बनाया जिन्होंने इन आतंकवादियों को ट्रेंड करने में भूमिका निभाई थी हमने आतंकवाद के रूप में बहरूपिया पाकिस्तान को सबक दिया जो कि आतंकवाद की आड़ में पाकिस्तान भारत के खिलाफ काम करता रहा है। पाकिस्तान ने भारत से कहा अब आप अपना हमले रोक दीजिए पाकिस्तान के डीजीएमओ ने यह अपील की थी भारत से इसके बाद ही हमने हमले रोका। 10 मई की सुबह पाकिस्तान ने हमसे कहा आप हमले रोक दीजिए क्योंकि उनका बड़ा नुकसान हो चुका था। हमारी सेना ने पाकिस्तान के वायु सेवा का और वायु ठिकानों का बड़ा नुकसान किया। इसके बाद दोनों तरफ के डीजीएमओ के बीच बात हुई, पाकिस्तान की तरफ से यह अपील की गई कि हमले रोक दीजिए। इसके बाद ही भारत ने अपना हमला रोका हमारी सेनन का मनोबल बुलंदी पर रहा। भारतीय सेनाओं ने हमारी सीमाओं की भी सुरक्षा की और हमारे सम्मान के साथ-साथ अपने मनोबल की भी रक्षा की। विपक्ष ने मुझसे कभी नहीं पूछा हमने पाकिस्तान को कितना नुकसान पहुंचा उनके कितने विमान मार गिराए। इसका उत्तर है हां हमने मारा हमने उनका नुकसान किया। हां हमें इस बात पर मन है हमने अपनी बहनों के उजड़े सिंदूर का बदला लिया है। हमारा कोई नुकसान नहीं हुआ हमारे सैनिक नहीं मारे गए। हमारा कोई नुकसान नहीं हुआ। लक्ष्य अगर बड़ा हो तो छोटे मुद्दों पर कभी ध्यान नहीं दिया जाता। सैनिकों के सम्मान मनोबल को देखते हुए हमें छोटे मुद्दों से ध्यान हटा लेना चाहिए। राजनाथ सिंह ने विपक्ष से कहा विपक्ष की भूमिका सकारात्मक होनी चाहिए उन्होंने कहा कि हम यह डावा नहीं कर सकते कि हम सदा सत्ता पक्ष में रहेंगे हमने 1962 में चीन के खिलाफ जब युद्ध हुआ था तब की सरकार से पूछा था हमारी सेवा अपमानित क्यों हुई हमारे ज्यादा सैनिक क्यों मारे गए हमारे क्षेत्र पर चीन ने कब्जा कैसे कर लिया। हमने देश के सैनिकों की चिंता की थी हमने देश की जमीन की चिंता की थी। 1971 में जब हमने पाकिस्तान को सबक सिखाया था तब भी हमने सरकार को प्रशंसा दी थी हमने उस वक्त के नेतृत्व की प्रशंसा की थी। उस वक्त हमारे सांसद अटल बिहारी वाजपेई ने सरकार से नहीं पूछा था कि हमारे कितना नुकसान हुआ हमारा कितनी मशीनरी का नुकसान हुआ। हमने हमेशा देश की चिंता की है हमने विपक्ष में रहते हुए सवाल तो पूछे लेकिन हमेशा देश की चिंता ना की मशीनों की। जबकि उसे वक्त हम विपक्ष में थे। राजनाथ सिंह ने जोर देकर कहा हमने बेहतर रिजल्ट लिए हैं हमारी सेवा की कामयाबी शानदार है हमारी सेना ने सभी मकसद पूरे किए।