केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार का बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में कैंसर से निधन

By Tatkaal Khabar / 12-11-2018 05:33:56 am | 9305 Views | 0 Comments
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बेंगलुरु। केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार का सोमवार तड़के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह पिछले कुछ महीनों से फेफड़े के कैंसर से जूझ रहे थे। शंकरा अस्पताल के निदेशक नागराज ने बताया कि कुमार (59) ने तड़के दो बजे आखिरी सांस ली। उस वक्त उनकी पत्नी तेजस्विनी और दोनों बेटियां भी वहां मौजूद थीं। अमेरिका और ब्रिटेन में इलाज कराने के बाद वह हाल में ही बेंगलुरु लौटे थे। उनका बाद में यहां शंकरा अस्पताल में उपचार चल रहा था। भाजपा सूत्रों ने बताया कि कुमार का शव श्रद्धांजलि के लिये नेशनल कॉलेज ग्राउन्ड में रखा जाएगा। यह मैदान उनके बेंगलुरु दक्षिण लोकसभा क्षेत्र में पड़ता है। सूत्रों ने बताया कि अंतिम संस्कार की व्यवस्था पर काम चल रहा है। उनके पार्टी कार्यालय ने एक बयान में बताया कि कुमार का कैंसर और संक्रमण के बाद पैदा हुई जटिलताओं के कारण निधन हुआ। बयान में बताया गया कि वह पिछले कुछ दिनों से सघन निगरानी कक्ष में कृत्रिम जीवन रक्षक प्रणाली पर थे। कुमार के निधन पर शोक प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘मैं अपने महत्त्वपूर्ण साथी एवं मित्र के निधन से बेहद दुखी हूं।’’ 
बेंगलुरु में जन्मे अनंत कुमार ने केएस आर्ट कॉलेज हुबली से बीए किया और इसके बाद उन्होंने जेएसएस लॉ कॉलेज से एलएलबी की पढ़ाई पूरी की।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से प्रभावित होने के कारण वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की स्टूडेंट विंग के सदस्य भी थे। आपातकाल का विरोध करने के कारण उन्हें इंदिरा गांधी सरकार ने हजारों अन्य छात्र कार्यकर्ताओं के साथ जेल में बंद कर दिया था।
इमरजेंसी के बाद कर्नाटक में उनका कद तेजी से बढ़ा। अनंत कुमार को एबीवीपी के राज्य सचिव के रूप में निर्वाचित किया गया और 1985 में उन्हें राष्ट्रीय सचिव बना दिया गया। इसके बाद वे बीजेपी में शामिल हो गए और उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा के राज्य अध्यक्ष के रूप में नामित किया गया। 1996 में उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय सचिव का पद दिया गया। अनंत कुमार वर्ष 1996 से लोकसभा में दक्षिणी बेंगलुरु का प्रतिनिधित्व करते आ रहे थे। वे लगातार 6 बार सांसद रहे।
1998 में हुए लोकसभा चुनाव में अनंत कुमार ने फिर से जीत दर्ज की। केंद्र की अटल सरकार में उन्हें उड्डयन मंत्री के रूप में शामिल किया गया। अनंत कुमार अटल सरकार में सबसे कम उम्र के कैबिनेट मंत्री थे। 1999 में अनंत कुमार ने लगातार तीसरे चुनाव में फिर से जीत दर्ज की। इस जीत से केंद्र में उनका कद और तेजी से बढ़ा और उन्हें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया। अनंत कुमार ने पर्यटन, खेल और युवा मामलों, संस्कृति, शहरी विकास और गरीबी उन्मूलन जैसे विभिन्न मंत्रालयों को संभाला।
अनंत कुमार साल 2003 में बीजेपी की कर्नाटक राज्य इकाई के अध्यक्ष बने। बीजेपी विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और साल 2004 में केंद्र से बेदखल होने के बाद भी कर्नाटक में बीजेपी ने सबसे ज्यादा लोकसभा सीटें जीतीं।