राफेल विवाद में कांग्रेस को सुषमा ने दिया करारा जवाब
राफेल मामले की गूंज गुरुवार को राज्यसभा में सुनाई दी. बुधवार को लोकसभा में वित्त मंत्री अरुण जेटली के कांग्रेस पर तीखे हमले के बाद आज राज्यसभा में तीखी बहस हुई. राज्यसभा में कांग्रेस नेता आनंद शर्मा के सवालों का जवाब विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दिया. हालांकि सुषमा स्वराज के जवाब से कांग्रेस सांसद असंतुष्ट नजर आये और उन्होंने राज्यसभा से वॉकआउट किया. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से प्रश्न किया कि क्या सरकार प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति ओलांद के मिनट जारी करेगी, क्योंकि इसपर विवाद है?
कांग्रेस सांसद के सवाल पर सुषमा स्वराज ने कहा कि कोई विवाद नहीं है...विवाद कांग्रेस के दिमाग में है, सुप्रीम कोर्ट ने आपके हर सवाल का बिंदूवार जवाब देने का काम किया है...इसके बाद विवादित कहना ठीक नहीं है. सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत यात्रा के पर आए फ्रांस के विदेश मंत्री के साथ राफेल के विषय में 15 दिसंबर को कोई चर्चा नहीं हुई, सुप्रीम कोर्ट के फैसले से फ्रांस के विदेश मंत्री खुश नजर आये.
इससे पहले राफेल डील को लेकर लोकसभा में बुधवार को जोरदार बहस हुई. विपक्ष व सत्तापक्ष के बीच वार-पलटवार का दौर चला. सदन में इस मुद्दे पर बहस की शुरुआत कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने की. उन्होंने डील को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और जेपीसी से जांच की मांग की. हालांकि, सरकार ने जेपीसी की मांग को अस्वीकार कर दिया.
क्या कहा राहुल ने
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि जेपीसी जांच से दूध का दूध व पानी का पानी हो जायेगा. देश को पता चलेगा कि ‘मोदी जी ने ‘डबल ए' (अनिल अंबानी) की जेब में 30 हजार करोड़ रुपये डाले हैं. सदन में प्रधानमंत्री मोदी की अनुपस्थिति पर कटाक्ष किया कि उनमें यहां आकर सामना करने की हिम्मत नहीं है. वह अपने कमरे में छिपे हुए हैं. इस मामले में पूरी दाल काली है. देश जानना चाह रहा है कि किसके कहने पर राफेल का सौदा बदला गया. यूपीए सरकार ने वायुसेना के कहने पर 126 राफेल खरीदने की प्रक्रिया आगे बढ़ायी थी, लेकिन नये डील में विमानों की संख्या घटा कर 36 कर दी गयी. सवाल किया कि किसके कहने पर यह किया गया, क्या वायुसेना ने ऐसा करने के लिए कहा था? वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जेपीसी की जरूरत नहीं है. इस डील में कोर्ट की अंतरात्मा संतुष्ट हो चुकी है, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष की चुनावी जरूरत संतुष्ट नहीं हुई है.