अयोध्या के राम मंदिर मामले की सुनवाई 10 जनवरी से लगातार शुरू , 5 जजों की संवैधानिक बेंच करेगी सुनवाई
अयोध्या मामले की सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट ने पांच जजों की एक संवैधानिक पीठ का गठन किया है. इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में 10 जनवरी से होगी.
इस पीठ की अगुवाई जस्टिस रंजन गोगोई करेंगे. इनके अलावा अन्य चार जज जस्टिस एसए बोब्डे, जस्टिस एनवी रमन्ना, जस्टिस यूयू ललीत और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड होंगे.
गौरतलब हो कि अयोध्या मामले को लेकर तेजी से सुनवाई की मांग की जाती रही है. सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान बेंच गठित करने की भी मांग की गयी थी. ज्ञात हो वर्ष 1885 से अयोध्या
विवाद चला आ रहा है, जब एकअयोध्या मामले में सुनवाई के लिए पांच जजों की संविधान पीठ का गठन कर दिया गया है। इस बेंच में सीजेआई रंजन गोगोई, जस्टिस एसए बोबड़े, जस्टिस एनवी रमण, जस्टिस यूयू ललित और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को शामिल किया गया है जो मामले पर सुनवाई करेंगे। 10 जनवरी को साढ़े दस बजे अयोध्या मामले पर सुनवाई शुरू होगी।
सियासत भी गरमाई-
सुनवाई से पहले ही इस मामले में सियासत तेज हो गई है। विहिप सहित कई हिंदू संगठन राम मंदिर का निर्माण करने के लिए अध्यादेश लाने की मांग कर रहे हैं। राजग के सहयोगी शिवसेना ने कहा, अगर 2019 चुनाव से पहले मंदिर नहीं बनता तो लोगों से धोखा होगा। इसके लिए भाजपा और संघ को माफी मांगनी पड़ेगी।
वहीं, केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने अध्यादेश लाने का विरोध करते हुए कहा कि इस मामले में सभी पक्षों को सुप्रीम कोर्ट का ही आदेश मानना चाहिए।