गणतंत्र दिवस:राजपथ पर से दिखा भारत की शक्ति और पराक्रम

By Tatkaal Khabar / 26-01-2019 03:39:47 am | 8997 Views | 0 Comments
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 देश ने शनिवार को 70वां गणतंत्र दिवस धूमघाम से मनाया । राजपथ पर तिरंगा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने फहराया। आज इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा थे। सेना के जवानों का कदम से कदम बढाए जा की धुन के साथ मार्चपास्ट किया । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमर जवान ज्योति पर शहीदों को नमन किया। प्रधानमंत्री को देखकर जवानों में जोश आ गया। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में तिरंगा फहराया। 


इस मौके पर दिल्ली सहित पूरे देश में सुरक्षा के इंतजाम कडे कर दिए गए हैं। जमीन से लेकर आकाश तक कड़ी नजर रखी जा रही है। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर दिल्ली-एनसीआर में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था कर दी गई थी। सेंट्रल दिल्ली को 7 लेयर की सुरक्षा दी गई है। चाणक्यपुरी के होटेल में ठहरे देशों के प्रमुखों की सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस को भी अलर्ट पर रखा गया है। इस तरफ आने वाले रास्तों पर आम लोगों के लिए ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है।

शुक्रवार शाम को दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने कई सीनियर ऑफिसरों के साथ सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। सुरक्षा व्यवस्था में दिल्ली पुलिस, अद्र्धसैनिक बल, एनएसजी और आर्मी के 50 हजार से ज्यादा जवानों को तैनात कर दिया गया है। 

इस साल गणतंत्र दिवस की थीम महात्मा गांधी की 150वीं जयंती से जुड़ी थी और कई राज्यों की झाकियां राष्ट्रपिता पर केन्द्रित रहीं। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा इस साल गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि हैं। अधिकारियों ने बताया कि नेल्सन मंडेला के बाद भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने वाले वह दूसरे दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति है। इंडियन नेशनल आर्मी (आईएनए) के चार दिग्ग्जों ने भी इस परेड में हिस्सा लिया जिनकी आयु 90 वर्ष से अधिक है। भारतीय सेना ने यहां ‘आर्टिलरी गन सिस्टम M777 अमेरिकन अल्ट्रा लाइट हॉवित्जर’ का भी प्रदर्शन किया।
 
समारोह में नारी शक्ति का भी बोलबाला रहा। असम राइफल्स की महिला टुकड़ी ने पहली बार परेड में हिस्सा लेकर एक इतिहास बनाया। इस टुकड़ी का नेतृत्व मेजर खुशबू कंवर ने किया। नौसेना, सेना सेवा कोर की टुकड़ी और कोर ऑफ सिग्नल्स की एक इकाई का नेतृत्व भी महिला अधिकारियों ने किया। परेड की शुरुआत हेलीकॉप्टर से गुलाब की पत्तियां बरने के साथ हुई। परेड सर्द मौसम और कड़ी सुरक्षा के बीच पूरी हुई। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए हजारों सुरक्षा कर्मी, विमान रोधी बंदूकें और शार्पशूटर तैनात किए गए थे।