जो हाल राहुल का हुआ वही हाल 23 मई के बाद माया का भी :PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को एटा में चुनावी सभा को संबोधित किया। मोदी और योगी का भाषण सपा-बसपा, अखिलेश और मायावती पर ही केंद्रित रहा। मोदी ने मायावती को गेस्टहाउस कांड की याद दिलाई, तो अखिलेश पर भी जमकर तंज कसे।
सबसे पहले मंच पर मौजूद एटा से भाजपा प्रत्याशी राजवीर सिंह, फिरोजाबाद से डॉ चंद्रसेन जादौन और मैनपुरी से प्रेम सिंह शाक्य फूल भेंटकर पीएम मोदी का स्वागत किया। मोदी ने जैसे ही संबोधन शुरू किया, सभा स्थल भारत माता की जय और मोदी-मोदी के नारे से गूंज उठा।
मोदी बोले, चुनाव का नतीजा तय हो चुका है, अब पहले मतदान करना फिर जलपान। इसके बाद वो सपा-बसपा पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि स्वार्थ के लिए सपा-बसपा ने जो महामिलावट की है, उसकी हालत सब देख रहे हैं। मजबूरी में दुश्मन से दोस्ती करने वालों के साथ यूपी की जनता नहीं है।
मोदी ने यहां आयोजित चुनावी रैली में वर्ष 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में हुए सपा-कांग्रेस गठबंधन का जिक्र करते हुए कहा, खोखली दोस्ती करने वालों का सच आप अच्छी तरह जानते हैं। एक दोस्ती (सपा-कांग्रेस गठबंधन) तब हुई थी जब यूपी विधानसभा चुनाव चल रहे थे, चुनाव खत्म हुआ तो दोस्ती खत्म होकर दुश्मनी में बदल गयी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सपा-बसपा सोचते थे कि जो उनका वोट बैंक है, वह उनकी सुविधा के हिसाब से यहां-वहां ट्रांसफर हो जाएगा, वह पहले दो चरणों के मतदान में साबित हो चुका है कि उनके सारे खेल खत्म हो चुके हैं। उन्हें लगता था कि वोटरों के वे ठेकेदार हैं, लेकिन वोटरों ने उनकी तैयारी को खूंटी पर टांग दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा-बसपा के नेताओं ने गरीबों के नाम पर राजनीति करके सिर्फ और सिर्फ अपना बैंक बैलेंस बढ़ाया है।
सपा-बसपा के सिर्फ झंडे अलग रहे हैं, लेकिन नीयत एक जैसी ही है। सरकारें बदलती थी, गुंडे और कब्जा गिरोह भी बदलते थे।किसानों, दुकानदारों, व्यापारियों को लूटने का काम आमतौर पर होता ।था. अब दलितों पर अत्याचार कौन करता था, मैं पूछूंगा तो बहन मायावती जी के लिये बहुत मुश्किल हो जाएगा।
मायावती आज वोट भी उन्हीं अत्याचार करने वालों के लिये मांग रही हैं। भाजपा उम्मीदवार राजवीर सिंह के लिए प्रचार करने आये प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपी को जात-पात में तोड़कर अपनी राजनीति चमकाने वाले यह भूल गये कि जब बात देश की सुरक्षा और विकास की आती है तो उत्तर प्रदेश ऐसी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देता हैप्रधानमंत्री ने कहा कि सपा-बसपा सोचते थे कि जो उनका वोट बैंक है, वह उनकी सुविधा के हिसाब से यहां-वहां ट्रांसफर हो जाएगा, वह पहले दो चरणों के मतदान में साबित हो चुका है कि उनके सारे खेल खत्म हो चुके हैं। उन्हें लगता था कि वोटरों के वे ठेकेदार हैं, लेकिन वोटरों ने उनकी तैयारी को खूंटी पर टांग दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा-बसपा के नेताओं ने गरीबों के नाम पर राजनीति करके सिर्फ और सिर्फ अपना बैंक बैलेंस बढ़ाया है।
सपा-बसपा के सिर्फ झंडे अलग रहे हैं, लेकिन नीयत एक जैसी ही है. सरकारें बदलती थी, गुंडे और कब्जा गिरोह भी बदलते थे। किसानों, दुकानदारों, व्यापारियों को लूटने का काम आमतौर पर होता था। अब दलितों पर अत्याचार कौन करता था, मैं पूछूंगा तो बहन मायावती जी के लिये बहुत मुश्किल हो जाएगा।