जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण तरीके से हुई ईद की नमाज, नहीं हुई अप्रिय घटना
नई दिल्ली : घाटी में सोमवार को छिटपुट विरोध प्रदर्शनों को छोड़कर मस्जिदों में ईद-उल-अजहा की नमाज शांतिपूर्ण संपन्न हुई, लेकिन कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लगे होने के कारण सड़कों से त्योहार की रौनक गायब रही|
केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार, जम्मू कश्मीर में लोग नमाज अदा करने के लिए बड़ी संख्या में बाहर निकले. श्रीनगर और शोपियां में प्रमुख मस्जिदों में नमाज अदा की गयी. प्रशासन ने सोमवार को कहा था कि लोगों को नमाज अदा करने के लिए पास की मस्जिदों में जाने की इजाजत होगी. प्रधान सचिव और जम्मू कश्मीर के राज्यपाल के आधिकारिक प्रवक्ता रोहित कंसल ने कहा, राज्य की मस्जिदों में ईद की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से बीत गयी.ईद के मौके पर जम्मू कश्मीर में नमाज शांतिपूर्ण ढंग से हुई। गृह मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, श्रीनगर और शोपियां में सभी प्रमुख मस्जिदों में लोग अच्छी खासी तादाद में घरों से निकले। जम्मू की ईदगाह में करीब 4500 लोग इकट्ठा हुए। वहीं अनंतनाग, बारामूला, बडगाम, बांदीपोरा में भी किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं हुई। बारामूला की जामा मस्जिद में करीब 10 हजार लोग नमाज अदा करने पहुंचे।
श्रीनगर में नमाज के बाद एक बार फिर प्रतिबंधों में ढील खत्म कर दी गई। एक दिन पहले ही घाटी में कई स्थानों पर लोगों को ईद की खरीददारी के लिए छूट दी गई थी। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि रविवार सुबह से ही पुलिसकर्मी गाड़ियों से अलग-अलग इलाकों में गश्त कर रहे हैं और लोगों से जल्द घर लौटने की अपील कर रहे हैं। दुकानदारों से भी दुकान बंद रखने के लिए कहा गया है।
दी गई नमाज की इजाजत
घाटी में सोमवार को मस्जिद में ईद-उल-जुहा की नमाज पढ़ने के लिए लोगों को इजाजत दी गई। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया, 'अनंतनाग, बारामूला, बड़गाम, बांदीपोरा की सभी स्थानीय मस्जिदों में बिना किसी अप्रिय घटना के शांतिपूर्वक नमाज अदा की गई। जामिया मस्जिद, ओल्ड टाउन बारामूला में लगभग 10,000 लोगों ने नमाज अदा की।'
अधिकारियों ने रविवार को कहा था कि लोगों को नमाज अदा करने के लिए पड़ोस की मस्जिदों में जाने की अनुमति दी जाएगी। एक अधिकारी ने सोमवार को कहा कि घाटी के किसी भी हिस्से में बड़े समारोहों की अनुमति नहीं है।
ईद की पूर्व संध्या पर, घाटी में प्रतिबंधों को कम करके लोगों को त्योहार के लिए खरीदारी करने की अनुमति दी गई थी। अधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन जम्मू-कश्मीर में स्थिति की लगातार समीक्षा कर रहा है