मोदी ने इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स (ICC) के 95वें वार्षिक दिवस पर देश को संबोधन किया

By Tatkaal Khabar / 11-06-2020 04:09:32 am | 15224 Views | 0 Comments
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कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स (ICC) के 95वें वार्षिक दिवस पर देश को संबोधन किया. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा, ''ICC ने 1925 में अपने गठन के बाद से आज़ादी की लड़ाई को देखा है, भीषण अकाल और अन्न संकटों को देखा है. अब इस बार की ये AGM एक ऐसे समय में हो रही है, जब हमारा देश मल्टिपल चैलेंजों को चैलेंज कर रहा है.'' पूर्वी तथा पूर्वोत्तर भारत में व्यापार संबंधी गतिविधियों की ओर विशेष ध्यान देने वाले इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स (ICC) का मुख्यालय कोलकाता में है.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना आपदा को अवसर में बदलने का एक बार फिर से आह्वान करते हुए कहा कि हमें आत्मनिर्भर भारत को तेजी से आगे बढ़ाना है. पीएम मोदी ने इस बारे में एक मंत्र भी दिया कि इस अभियान को तेजी से कैसे आगे बढ़ाया जा सकता है.

इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स (ICC) के 95वें वार्षिक समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के संकट से पूरी दुनिया लड़ रही है. इमसें हमारा देश जरा भी पीछे नहीं है. इन सबके बीच हर देशवासी इस संकल्प से भरा हुआ है कि इस आपदा को अवसर में बदलना है.

उन्होंने कहा, 'ये टर्निंग पाइंट है, आत्मनिर्भर भारत. वर्षों से हर भारतीय ने इस भाव को एक प्रेरणा की तरह जिया है. लेकिन एक बड़ा कॉज हर भारतीय के मन में हैं. काश हम मेडिकल इक्विपमेंट, डिफेंस इक्विपमेंट, कोल, उर्वरक, इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग, सोलर पैनल, एविएशन जैसे तमाम चीजों में आत्मनिर्भर होते. ऐसे कितने सारे काश हर भारतीय को झकझोरते रहे हैं. बीते 5-6 वर्षों में देश की रीति और नीति में भाारत की आत्मनिर्भरता का लक्ष्य सर्वोपरि रहा है. कोरोन संकट ने हमें इसकी गति तेज करने का सबक दिया है.'


पीएम मोदी ने कहा कि हर भारतीय आत्मविश्वासी होगा तो आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य जल्दी हासिल कर लेंगे. उन्होंने कहा, भारत दूसरे देशों पर अपनी निर्भरता कम से कम करे, हर वो चीज जिसे इम्पोर्ट करने के लिए देश मजबूर है, वो भारत में कैसे बने हम निर्यातक कैसे बनें, इस दिशा में तेजी से काम करना है.'

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इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स (ICC) के 95वें वार्षिक समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इसका पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के विकास में काफी योगदान है. उन्होंने कहा, '1925 में अपने गठन के बाद से आजादी की लड़ाई को देखा है. विभाजन को देखा है, उसकी पीड़ा को सहा है. भारत की ग्रोथ प्रोजेक्टरी का भी आप हिस्सा रहे हैं. आपका एजीएम ऐसे समय में हो रहा है, जब हमारा देश कई तरह की चुनौतियों का सामना कर रहा है.

उन्होंने कहा कि कोरोना के कहर से देश दुनिया तो निपट ही रही है तो भारत में कहीं बाढ़, कहीं भूकंप, कहीं टिड्डियों का हमला, रिफाइनरी में आग जैसे कई संकटों से हम मिलकर एक साथ लड़ रहे हैं. कई बार समय भी हमारी परीक्षा लेता है और कई बार अनेक कसौटियां एक साथ आ जाती हैं. इस तरह की कटौती में हमार कृतित्व उज्ज्वल भविष्य की गारंटी भी लेकर आता है. हम मुश्किलों से कैसे निपट रहे हैं, यह आने वाले कल का वक्त तय करता है. हमारे यहां कहा जाता है कि मन के हारे हार और मन के जीते जीत. जो पहले ही हार मान लेता है. उसके सामने नए अवसर दूर-दूर तक नजर नहीं आते. लेकिन जो जीत का संकल्प रखता है उसके सामने अवसर चले आते हैं. हमारी एकजुटता से हम बड़ी से बड़ी आपका का सामना करेंगे.

इसके पहले 2 जून को पीएम मोदी ने उद्योग चैम्बर CII के स्थापना दिवस को संबोधित करते हुए कहा था कि आत्मनिर्भर भारत के लिए इंडस्ट्री की हर जरूरत का सरकार ध्यान रखेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए इंडस्ट्री जगत का सहयोग मांगा था.

कोरोना संकट के बीच अब जब अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हुई है, इस बीच एक बार फिर अर्थव्यवस्था को खड़ा करने का संकट है. सरकार की ओर से 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया गया है, साथ ही आत्मनिर्भर भारत का एक नया मंत्र भी फूंका गया है.