असम में गृहमंत्री अमित शाह ने विभिन्न विकास परियोजनाओं की रखी आधारशिला
गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को असम के गुवाहाटी में लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि असम में विकास को गति मिल रही है. असम देश की संस्कृति का गहना है. पूर्वी भारत के बिना भारत का विकास अधूरा है.
अमित शाह ने कहा, वो वक्त भी था, जब पूरे पूर्वोत्तर भारत में सिर्फ आतंकवाद था. पीएम मोदी पिछले 6 वर्ष में 30 बार पूर्वोत्तर भारत में आए. लेकिन ऐसा भी वक्त था, जब कोई प्रधानमंत्री कभी-कभार यहां आते थे. उन्होंने कहा, असम में एक समय आंदोलनों का दौर आया, अलग-अलग बातों को लेकर आंदोलन हुए, सैकड़ों युवा मारे गए. असम की शांति को भंग कर दिया गया साथ ही असम के विकास को रोक दिया गया. एक जमाने में यहां के सारे राज्यों में अलगाववादी अपना एजेंडा चलाते थे, युवाओं के हाथों में बंदूक पकड़ाते थे.
गृह मंत्री ने कहा, असम में लगभग साढ़े 4 साल के अंदर जो विकास की यात्रा पीएम मोदी की अगुआई में यहां सर्वानंद सोनोवाल और हेमंत विश्वा शर्मा की जोड़ी ने आगे चलाई है, इसका एक महत्वपूर्ण पड़ाव आज है. अब पूरा पूर्वोत्तर भारत डेवेलपमेंट का ग्रोथ इंजन बन चुका है. सारे आतंकी संगठन अब मुख्यधारा में आ चुके हैं.
कांग्रेस पर बोला हमला
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि उसने असम के लोगों और उनके गौरव के लिए कुछ नहीं किया. हम नए डेवेलपमेंट और विकास कार्यों के लिए 155 करोड़ रुपये दे रहे हैं. लोगों को अपनी विरासत से जुड़ना होगा. सिर्फ विकास ही एकमात्र रास्ता है और अब लोगों से अनुरोध है कि वे अपनी सोच बदलें.
इस दौरान उन्होंने ने कहा कि अभी कुछ लोग कृषि सुधार कानूनों को लेकर बड़ा आंदोलन कर रहे हैं। मैं सभी से इस मौके पर अपील करना चाहता हूं कि आप मुख्यधारा में आइये, सरकार के साथ चर्चा कीजिये और समस्या का समाधान ढूंढ़िए।
उन्होंने कहा कि भूपेन हजारिका न केवल असम बल्कि पूरे उत्तर पूर्व के साहित्य और कला के प्रतीक बनकर देश मे रहे हैं। मगर उन्हें कोई सम्मान नहीं मिला। नरेन्द्र मोदी जी ने भूपेन हजारिका जी को भारत रत्न देकर हमारे साहित्य और कला को आगे बढ़ाने का काम किया है।
अमित शाह ने कहा कि पहले 5 साल में कभी कभार कोई प्रधानमंत्री पूर्वोत्तर में आता था। लेकिन मोदी जी ने 6 साल के अंदर स्वयं 30 बार पूर्वोत्तर के दौरा किया है और हर बार तौफा लेकर आये हैं। मोदी जी ने पूर्वोत्तर के विकास को केंद्र में रखकर 6 साल सरकार चलाई है। मुझे भरोसा है कि आगे भी हमारी सरकार इसी प्रकार पूर्वोत्तर की सेवा करती रहेगी।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि आज राज्य के अंतर्गत 11 विधि कॉलेजों की स्थापना की आधारशिला रखी गई है। असम ने इस देश को गोगोई साहब के रूप में CJI देने का काम किया है। ये विधि विद्यालय अनेक ऐसे विद्वानों को हमारी न्याय प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिए देंगे। असम में 1 लाख से ज्यादा नामघर, वैष्णव सम्प्रदाय को, हमारी संस्कृति को, शंकरदेव के संदेश को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। उनमें से 50 साल पुराने 8 हजार नामघरों को आज 2.50 – 2.50 लाख रुपये देने का काम हो रहा है।