रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज लखनऊ दौरे पर,सीएम योगी के साथ ले रहे है covid हॉस्पिटल के व्यवस्थाओं का हाल
Covid 19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई राज्यों में तेजी से अस्थाई अस्पताल की व्यवस्था की जा रही है। ताकि लोगों को बेड की सुविधा मिल सके। ऐसे में आज रक्षामंत्री और सांसद राजनाथ सिंह आज लखनऊ अस्पताल का जाएजा लेने लखनऊ में हैं। वह डीआरडीओ द्वारा अवध शिल्पग्राम में और एचएएल द्वारा हज हाउस में तैयार कोविड अस्पताल का दौरा किया । रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 11 मई को सुबह 11:30 बजे अमौसी एयरपोर्ट पहुंचे और वहां से सरोजनीनगर स्थित एचएएल और राज्य सरकार के सहयोग से तैयार 255 बेड के कोविड-19 अस्पताल का निरीक्षण किया। इसके बादउ. प्र. सरकार और डीआरडीओ ने मिलकर लखनऊ में बहुत कम समय में ‘अटल बिहारी वाजपेयी कोविड हॉस्पिटल’ तैयार किया है। सेना के चिकित्सकों की देखरेख में चल रहे इस हॉस्पिटल में कोविड के मरीज़ों का उपचार पिछले सप्ताह से ही चल रहा है। आज वहाँ जाकर मौजूदा स्थिति की जानकारी प्राप्त की। इस हॉस्पिटल को तैयार करने में उत्तर प्रदेश सरकार, भारतीय सेना और डीआरडीओ की महती भूमिका रही है, उनके प्रति मैं आभार व्यक्त करता हूँ। राजनाथ सिंह 12:35 बजे वह अवध शिल्पग्राम पहुंचकर वहां शुरू हो चुके अटल बिहारी वाजपेई कोविड अस्पताल का भी निरीक्षण किया। उन्होंने सारा इंतजाम देखने के बाद कहा ; कि उ. प्र. सरकार और डीआरडीओ ने मिलकर लखनऊ में बहुत कम समय में ‘अटल बिहारी वाजपेयी कोविड हॉस्पिटल’ तैयार किया है। सेना के चिकित्सकों की देखरेख में चल रहे इस हॉस्पिटल में कोविड के मरीज़ों का उपचार पिछले सप्ताह से ही चल रहा है। आज वहाँ जाकर मौजूदा स्थिति की जानकारी प्राप्त की। इस हॉस्पिटल को तैयार करने में उत्तर प्रदेश सरकार, भारतीय सेना और डीआरडीओ की महती भूमिका रही है, उनके प्रति मैं आभार व्यक्त करता हूँ। रक्षामंत्री बोले;आज लखनऊ पहुँच कर एचएएल और उत्तर प्रदेश सरकार के संयुक्त प्रयास से निर्मित ‘कोविड हॉस्पिटल’ में वहाँ मौजूद सुविधाओं और अन्य व्यवस्थाओं को देखा। इस हॉस्पिटल में कोरोना से पीड़ित मरीज़ों का उपचार होगा। इसे तैयार करने में प्रदेश सरकार और एचएएल की भूमिका की मैं सराहना करता हूँ। आपको बताते चले रक्षामंत्री ने जब लखनऊ का हाल जाना तो उन्होंने हर हाल में आनन फानन कोरोना महामारी को लेकर रक्षा मंत्रालय को आदेश दिया और मंत्रालय को कहा गया कि, 2-3 सप्ताह के दौरान कोविड -19 के मरीजों की संख्या अत्यधिक बढऩे से सदी का सबसे बड़ा संकट उत्पन्न हो गया है। आपातकालीन स्थिति को भांपते हुए हरसंभव संसाधनों को जुटाकर पूरे सरकारी तंत्र ने तुरंत कार्रवाई की। इस अदृश्य और घातक दुश्मन के खिलाफ इस संघर्ष में वैज्ञानिक समुदाय, स्वास्थ्य पेशेवरों, नागरिक प्रशासन के साथ ही सशस्त्र बल भी तत्परता से खड़ा है। भारतीय सेना, वायु सेना, नौसेना और डी.जी. ए.एफ.एम.एस., डी.आर.डी.ओ., ओ.एफ.बी., डी.पी.एस.यू., एन.सी.सी., कैंटोनमैंट बोर्ड्स जैसे रक्षा मंत्रालय के अन्य संगठन भी लोगों की पीड़ा को कम करने के लिए मदद में जुटे हुए हैं। Rupali mukherjee