यहाँ है दुनिया की सबसे डरावनी बिल्डिंग, 33 साल बाद भी इसका निर्माण कार्य नहीं हो सका पूरा

By Tatkaal Khabar / 12-08-2021 01:40:23 am | 27386 Views | 0 Comments
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Haunted Hotel in North Korea: दुनिया में कई ऐसी जगह हैं, जहां जाने से इंसान तो क्या जानवर भी खौफ खाते हैं. जिन्हें भूतिया या डरावना माना जाता है. आज हम आपको ऐसी ही एक गगनचुंबी इमारत के बारे में बताने जा रहे हैं, जो इस वक्त दुनिया की सबसे ऊंची वीरान बिल्डिंग है. इस बिल्डिंग का नाम सुनकर ही लोगों के रोंगटे खड़े हो जाता है.

उत्तर कोरिया (North Korea) में मौजूद एक होटल की बिल्डिंग भूतिया जगह मानी जाती है. इसको ‘शापित’ और ‘भूतिया’ कहा जाता है. पिरामिड के जैसे आकार और नुकीले सिरे वाले इस गगनचुंबी इमारत का निर्माण कार्य पिछले 33 सालों से पूरा ही नहीं हो पा रहा है, क्योंकि यहां जाने से लोगों की चीख निकल जाती है.
Abandoned Building in North Korea Known As 39Hotel of Doom39
बेहद भव्य और आलीशान है होटल

इस होटल का आधिकारिक नाम रयुगयोंग (Ryugyong) है. बिल्डिंग को यू-क्यूंग (Yu-Kyung) के नाम से भी जाना जाता है. उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयोंग शहर में स्थित होटल की ऊंचाई 330 मीटर है तथा इसमें 105 कमरे हैं. बाहर से दिखने में यह होटल बेहद भव्य और आलीशान है. लेकिन उत्तर कोरिया में लोग इसे ‘भूतिया इमारत’ कहते हैं.

एक रिपोर्ट्स के अनुसार, कोरियाई सरकार ने होटल के निर्माण में काफी रुपए खर्च किए. इसके बाद भी यह बनकर तैयार नहीं हो पा रहा है. सरकार ने इस होटल पर लगभग 55 खरब रुपये खर्च किए. आज इसको दुनिया ‘धरती की सबसे ऊंची वीरान इमारत’ के रूप में जानती हैं. इसी खासियत के कारण इसका नाम ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ भी में दर्ज है.Ryugyong Hotel In North Korea Known As Haunted Place Know About It -           33         Patrika News
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दुनिया की सातवीं सबसे ऊंची इमारत

आज अगर यह होटल पूरी तरह बनकर तैयार हो जाता, तो दुनिया की सातवीं सबसे ऊंची इमारत होता. यही नहीं यह दुनिया के सबसे ऊंचे और आलीशान होटल के तौर पर यह जाना जाता. इसका निर्माण कार्य 1987 में शुरू हुआ था. इसको पूरा करने के लिए दो साल का समय रखा गया था. जब इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ तो इसमें कई तरह की दिक्कतें आने लगी थीं. इसके बाद साल  1992 में इसका कार्य रोक दिया गया. हालांकि, फिर से साल 2008 में इसे बनाने का काम शुरू हुआ. इस बार सरकार ने 11 अरब रुपये एक्स्ट्रा खर्च कर दिए. लेकिन तब भी होटल का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका.