UP की 58 सीटों पर फैसले की घड़ीः पहले चरण की वोटिंग में अब केवल दो दिन
उत्तर प्रदेश में चल रहे विधानसभा चुनाव के पहले चरण में फैसले की घड़ी नजदीक आ गई है। मंगलवार शाम पांच बजे पश्चिमी यूपी और बृज क्षेत्र की 58 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव प्रचार थम जाएगा। इसके बाद मतदान की तैयारी शुरू हो जाएगी। गुरुवार 10 फरवरी को मतदान होगा। केन्द्रीय चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश सहित पांचों राज्यों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए इस बार इन पांचों राज्यों की चुनाव मशीनरी को विशेष प्रयास करने के निर्देश दिये हैं। पहले चरण के 11 जिलों में शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा और आगरा में वोटिंग होगी
खुद मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुशील चन्द्रा लखनऊ में आयोग की प्रेसवार्ता में उत्तर प्रदेश में औसतन 60 प्रतिशत मतदान के पिछले कई चुनावों से चले आ रहे सिलसिले पर असंतोष जताया था। प्रदेश की चुनाव मशीनरी को वैसे तो सातों चरणों में औसतन 70 से 80 प्रतिशत मतदान करवाने के लिए प्रयास करने को कहा गया है। अब इस बार मतदाता किस मूड में है और कितने प्रतिशत मतदान होगा यह तो 10 फरवरी को पहले चरण की पोलिंग से ही पता चल जाएगा।
मतदान प्रतिशत बढ़वाने को क्या-क्या कर रही चुनाव मशीनरी
प्रदेश के अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ब्रम्हदेव राम तिवारी ने 'हिन्दुस्तान' से बातचीत में कहा-'संकल्प हमारा न टूटे, कोई मतदाता न छूटे के नारे के साथ हम आयोग के निर्देश पर सुरक्षित, सजग, सुविधाजनक, सुगम्य मतदान करवाने की तैयारी करवा रहे हैं। जहां तक मतदान प्रतिशत बढ़ाने के हमारे प्रयासों का सवाल है तो पिछले दो महीनों से हम लगातार व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी (Systematic Voters’ Education and Electoral Participation) यानि स्वीप के जरिये तमाम गतिविधियां संचालित कर रहे हैं ताकि इस बार लोग खुद तो मतदान करवाएं ही साथ ही दूसरों को भी मतदान करने के लिए प्रेरित करें।
इसके लिए हम लोगों ने बूथ स्तर पर चुनावी पाठशाला, वोटर अवेयरनेस फोरम, स्कूल-कालेज में इलेक्ट्रोल लिट्रेसी क्लब की गतिविधियां चलायी हैं। इसके अलावा बीएलओ, आशा बहुएं, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, बुलावा टोलियां भी घर-घर सम्पर्क कर लोगों को मतदान करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इस काम में एनएसएस, एनसीसी, भारत स्काउट गाइड, युवक मंगल दल, हमारे ब्राण्ड अम्बेस्डर भी हमारा सहयोग कर रहे हैं। वीडियो वैन के जरिये हम जगह-जगह लोगों को यह भी बता रहे हैं कि ईवीएम और वीवीपैट क्या हैं और यह क्या काम करती हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि इस बार मतदान प्रतिशत जरूर बढ़ेगा।'