प्रधानमंत्री मोदी ने कूनो नेशनल पार्क में छोड़े 8 चीते, फोटो भी क्लिक किए

By Tatkaal Khabar / 17-09-2022 04:07:08 am | 10032 Views | 0 Comments
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भारत में चीतों का 70 साल का इंतजार आज खत्म हो गया। नामीबिया से आए 8 चीतों ने भारत की सरजमीं पर पहला कदम रखा। करीब 11 घंटे का सफर करने के बाद 8 चीते भारत पहुंचें। पांच मादा और तीन नर चीतों को मॉडिफाइड बोइंग 747 विमान से भारत लाया गया। इन चीतों में रेडियो कॉलर लगे हुए हैं। नामीबिया से भारत लाए गए चीतों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कूनो नेशनल पार्क में बॉक्स खोलकर तीन चीतों को क्वारंटीन बाड़े में छोड़ा। बाद में मोदी ने इनकी तस्वीरें भी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी साथ थे।PM Modi releases cheetahs brought from Namibia in Madhya Pradeshs Kuno  National Park- Cheetahs Returns     70         PM Modi

पीएम मोदी के मंच के नीचे पिंजरे में थे चीते
कूनो नेशनल पार्क में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बॉक्स खोलकर तीन चीतों को क्वारंटीन बाड़े में छोड़ा। यहां पीएम मोदी के लिए 10 फीट ऊंचा प्लेटफॉर्मनुमा मंच बनाया गया था। इसी मंच के नीचे पिंजरे में चीते थे। पीएम मोदी ने लीवर के जरिए बॉक्स को खोला। चीते बाहर आते ही थोड़ा सहमे नजर आए। अनजान जगह की वजह से ऐसा हो रहा था। बाद में वे चहलकदमी करने लगे। लंबे सफर की थकान साफ दिख रही थी।

पीएम ने ताली बजाकर किया चीतों का स्वागत
जैसे ही चीते पिंजरे से बाहर आए तो पीएम मोदी ने ताली बजाकर उन चीतों का स्वागत किया। इसके बाद पीएम मोदी ने कुछ फोटो भी क्लिक किए। 500 मीटर चलकर मोदी मंच पर पहुंचे थे। उनके साथ राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी थे। उन्होंने चीता मित्र दल के सदस्यों से भी बात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कूनो जाने से पहले विशेष विमान से दिल्ली से ग्वालियर पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने उन्हें रिसीव किया।

खास पिंजरों में लाया गया था चीतों को
बता दें कि नामीबिया से स्पेशल चार्टर्ड कारगो फ्लाइट 8 चीतों को भारत लेकर आई। 24 लोगों की टीम के साथ चीते ग्वालियर एयरबेस पर उतरे। यहां उनका रुटीन चेकअप हुआ। चीतों के साथ नामीबिया के वेटरनरी डॉक्टर एना बस्टो भी आए हैं। नामीबिया से चीतों को खास तरह के पिंजरों में लाया गया। लकड़ी के बने इन पिंजरों में हवा के लिए कई गोलाकार छेद किए गए हैं। ग्वालियर एयरबेस से चिनूक हेलिकॉप्टर के जरिए चीतों को कूनो नेशनल पार्क लाया गया।