PM मोदी ने मीरजापुर में 4008 करोड़ रु0 की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया

By Tatkaal Khabar / 15-07-2018 04:17:42 am | 12835 Views | 0 Comments
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 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज जनपद मीरजापुर में 4008 करोड़ रुपए की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में 3420 करोड़ रुपए की लागत से बनी बाणसागर परियोजना व चुनार में गंगा नदी पर नवनिर्मित पुल का लोकार्पण तथा राजकीय मेडिकल काॅलेज का शिलान्यास शामिल हंै। इसके अलावा, उन्होंने उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में प्रथम चरण में खुलने वाले 100 जन औषधि केन्द्रों का शुभारम्भ भी किया। साथ ही, उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग-76ई, बेलवन नदी पर सेतु व पहुंच मार्ग, बेलन नदी के कोटा घाट पर पुल व पहुंच मार्ग का शिलान्यास भी किया इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मीरजापुर क्षेत्र दिव्य एवं अलौकिक है। यहां पर विकास की अपार सम्भावनाएं हैं। विन्ध्य पर्वत व भागीरथी के बीच बसा यह प्रदेश वर्षों से अपार सम्भावनाओं का केन्द्र रहा है। आस्था की धरती का चतुर्मुखी विकास सरकार की प्रतिबद्धता है। उन्होंने कहा कि वे विगत मार्च में सोलर प्लाण्ट का उद्घाटन करने फ्रांस के राष्ट्रपति के साथ आए थे प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 में सरकार में आने के बाद जो भी अधूरी परियोजनाएं काफी दिनों से लम्बित व अपूर्ण थीं, उन्हें पूरा करने का निर्णय लिया गया, जिसमें बाण सागर परियोजना भी शामिल थी। बाण सागर परियोजना को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत जोड़ा गया और इसे पूरा करने के लिए समस्त तैयारियां की गयीं। इस परियोजना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उनकी टीम द्वारा कड़ी मेहनत के बाद आज किसानों के लिए समर्पित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 3420 करोड़ रुपए की लागत की बाण सागर परियोजना से केवल मीरजापुर ही नहीं, बल्कि इलाहाबाद सहित पूरे क्षेत्र में डेढ़ लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई की सुविधा प्राप्त होने जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर यह प्रोजेक्ट पहले पूरा हो गया होता, तो जो लाभ किसान भाइयों को अब मिलने जा रहा है, वह काफी पहले से मिलने लगता प्रधानमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र के गरीबों, वंचितों, शोषितों के उत्थान के लिए सारे प्रयास किए जाएंगे। आज बाण सागर बांध व मेडिकल काॅलेज सहित 4008 करोड़ रुपए की लागत की परियोजनाओं का लोकार्पण हुआ है, जो इस क्षेत्र के विकास की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। उन्होंने कहा कि मीरजापुर, इलाहाबाद, भदोही, सोनभद्र तथा चन्दौली आदि क्षेत्रों में खेती व किसानी मुख्य हिस्सा रहा है। इन क्षेत्रों के लिए बाण सागर परियोजना रामबाण साबित होगी। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट का खाका 40 वर्ष पहले खींचा गया था। 
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह परियोजना किसानों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए अब तैयार है। इससे लगभग 1,70,000 किसानों को फायदा होगा। उन्होंने पानी को बचाने पर बल देते हुए कहा कि यदि किसान टपक विधि से सिंचाई करें और पानी का नुकसान न करें, तो यही परियोजना किसानों को दोगुना लाभ पहुंचा सकती है। उन्होंने कहा कि टपक सिंचाई से हर तरह की खेती हो सकती है और सभी किसान इसका प्रयोग करें प्रधानमंत्री ने 100 जन औषधि केन्द्रों का शुभारम्भ करते हुए कहा कि इन केन्द्रों में 700 से अधिक दवाइयों तथा 150 से अधिक सर्जरी के सामान सस्ती दरों पर उपलब्ध रहेंगे। मेडिकल काॅलेज के संचालन से न सिर्फ मीरजापुर, बल्कि सोनभद्र, भदोही, चन्दौली और इलाहाबाद की जनता को भी लाभ मिलेेगा। उन्होंने कहा कि देश का सबसे लम्बा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, वाराणसी में किसानों के लिए शुरू हुआ कार्गो सेण्टर तथा रेलवे से जुड़ी योजनाएं, पूर्वांचल में हो रहे विकास कार्यों को अभूतपूर्व गति प्रदान करेंगी। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों में विकास की अनेक योजनाओं को जनता को समर्पित करने और नयी योजनाओं को प्रारम्भ करने का अवसर मिला है। उत्तर प्रदेश में जब से योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में सरकार बनी है, तब से पूर्वांचल सहित पूरे प्रदेश के विकास की गति बढ़ी है और उसके परिणाम आज नजर आ रहे हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने विभिन्न फसलों के समर्थन मूल्य में वृद्धि करके किसानों को लाभ पहुंचाने का कार्य किया है। इस फैसले से उत्तर प्रदेश और पूर्वांचल के किसानों को बहुत लाभ मिलने वाला है। अब अनाज के अधिक दाम किसान को मिलेंगे। पिछले वर्ष के सापेक्ष इस वर्ष उत्तर प्रदेश में धान की खरीद चार गुना अधिक की गयी है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री व उनकी टीम को बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की परेशानियों को समझते हुए, उन्हें दूर करने की दिशा में कार्य कर रही है। किसानों के लिए बीज से लेकर बाजार तक की व्यवस्था बनाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हंै, ताकि किसानों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले चार साल में किसानों को यूरिया के संकट का सामना नहीं करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगनी करने की दिशा में सरकार लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि लोग खेत की मेड़ पर बाड़ लगाकर खेत की जगह बर्बाद कर देते हैं। अब किसान खेत की मेड़ों पर बांस की खेती कर लाभ कमा सकते हैं। उन्होंने कहा कि अब नियमों व कानून में बदलाव लाकर बांस को वृ़क्ष से घास की श्रेणी में कर दिया गया है, ताकि किसानों को बांस लगाने के बाद काटने में कोई दिक्कत न हों। उन्होंने कहा कि अगरबत्ती, पतंग व अन्य कार्यों के लिये बांस का आयात किया जाता है। यदि किसान बांस की खेती मेड़ पर करने लगें, तो उनकी आमदनी भी दोगनी हो सकती है।