LPG Cylinder Price / LPG सिलेंडर के बढ़े दाम, दिल्ली समेत अपने शहर के करें नए रेट चेक
LPG Cylinder Price: 1 नवंबर से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर और विमान ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी कर उपभोक्ताओं को महंगाई का नया झटका दिया है। कंपनियों ने 19 किलोग्राम के कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत में 62 रुपये की बढ़ोतरी की है, जिससे अब दिल्ली में इस सिलेंडर की खुदरा कीमत 1,802 रुपये हो गई है। वहीं, 5 किलोग्राम वाले एफटीएल सिलेंडर की कीमत में भी 15 रुपये का इजाफा किया गया है। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए राहत की बात यह है कि 14.2 किलोग्राम के घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
प्रमुख शहरों में कमर्शियल एलपीजी के बढ़े दाम
दिल्ली के अलावा, अन्य प्रमुख शहरों में भी 19 किलोग्राम कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतें बढ़ी हैं। मुंबई में अब यह सिलेंडर 1,754 रुपये में मिलेगा, जो पहले 1,692.50 रुपये में था। कोलकाता में इसकी कीमत बढ़कर 1,911.50 रुपये हो गई है, जबकि चेन्नई में यह सिलेंडर 1,964 रुपये में मिलेगा। इस बार का मूल्य वृद्धि उन व्यवसायों पर सीधा असर डाल सकती है जो रेस्तरां, होटल, ढाबे और कैटरिंग सेवाओं के लिए इस सिलेंडर का उपयोग करते हैं।
अक्टूबर में भी बढ़ी थीं कीमतें
महंगाई का यह सिलसिला पिछले महीने से जारी है, जब 1 अक्टूबर को भी कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 48.50 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी। इससे पहले दिल्ली में 19 किलोग्राम का सिलेंडर 1,740 रुपये में मिल रहा था, जो अब बढ़कर 1,802 रुपये हो गया है।
विमान ईंधन की कीमत में भी वृद्धि
कमर्शियल एलपीजी के अलावा, घरेलू तेल विपणन कंपनियों ने विमान ईंधन (एटीएफ) की कीमतों में भी वृद्धि की है। एटीएफ के दाम में 2,941.5 रुपये प्रति किलोलीटर का इजाफा किया गया है। इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में एटीएफ की कीमत 90,538.72 रुपये प्रति किलोलीटर, कोलकाता में 93,392.79 रुपये, मुंबई में 84,642.91 रुपये और चेन्नई में 93,957.10 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई है।
विमानन क्षेत्र पर पड़ेगा असर
एटीएफ के दामों में यह वृद्धि देश की विमानन कंपनियों के लिए चुनौती बन सकती है। विमान ईंधन की लागत बढ़ने से हवाई यात्रा के किरायों में बढ़ोतरी का अनुमान लगाया जा रहा है, जिसका सीधा असर यात्रियों पर पड़ सकता है।
महंगाई का दौर जारी
तेल विपणन कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव के आधार पर हर महीने ईंधन की कीमतों में संशोधन करती हैं। मौजूदा परिस्थितियों में एलपीजी और एटीएफ के दामों में वृद्धि ने उपभोक्ताओं को महंगाई का एक और झटका दिया है।