राज्यपाल ने डाक सेवा अवार्ड 2018 से सम्मानित किया
लखनऊः 15 अक्टूबर, 2018
राज्यपाल ने कहा कि 1 अक्टूबर 1854 को भारतीय डाक विभाग की शुरूआत 701 डाकघरों के साथ हुई थी। 164 वर्ष की अवधि में आज पूरे देश में 1,55,015 डाकघर हैं तथा उत्तर प्रदेश में 17,600 डाकघर हैं। भारतीय डाक को देश का पहला बचत बैंक होने का भी सम्मान प्राप्त है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 1 सितम्बर 2017 से भारतीय डाक भुगतान के नाम से महत्वपूर्ण बैंकिंग प्रणाली का शुभारम्भ किया है। उन्होंने कहा कि दूर-दराज के गांवों तक डाकघरों की पहुंच अपने आप में ऐतिहासिक है।
राज्यपाल ने सुझाव देते हुये कहा कि कम मूल्य के डाक टिकट की लागत उसके वास्तविक मूल्य से ज्यादा होती है। डाक टिकट छापने से कागज व्यर्थ होता है जिससे पर्यावरण पर भी अप्रत्यक्ष प्रभाव पड़ता है। राज्यपाल ने उदाहरण देते हुये बताया कि जैसे एक लिफाफे पर 21 रूपये का डाक टिकट लगाने की आवश्यकता हो तो कभी-कभी देखने में आता है कि प्रेषक द्वारा एक-एक रूपये के इक्कीस टिकटों का प्रयोग कर लिया जाता है। उल्लेखनीय है कि राजभवन में इसी दृष्टि से फ्रैंकिंग मशीन का प्रयोग किया जाता है।
श्री नाईक ने कहा कि परिवर्तन के साथ कैसे काम होता है, आधुनिक डाकघर उसका उदाहरण हैं। पूर्व में डाक विभाग के डाकियों का बहुत महत्व होता था। लोग उनकी राह देखते थे। पहले डाक विभाग का नाम डाक एवं तार विभाग था। परन्तु आज तार सेवा की जगह मोबाइल फोन ने ले ली है। विज्ञान की प्रगति पर चर्चा करते हुये राज्यपाल ने बताया कि सरकारी सेवा में आने से पूर्व उन्होंने कभी फोन पर बात भी नहीं की थी जबकि आज स्मार्ट फोन का प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आगे बढ़ने के लिये हमें वैज्ञानिक आविष्कारों से जुड़ना होगा।
राज्यपाल ने इस अवसर पर आगरा परिक्षेत्र के श्री सतेन्द्र सिंह, लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के श्री भरत सिंह, गोरखपुर परिक्षेत्र के श्री नीतीश गौड़, परिमण्डलीय कार्यालय लखनऊ के श्री रंजीत सिंह, आगरा परिक्षेत्र के श्री राजीव तिवारी, गाजियाबाद परिक्षेत्र की सुश्री प्रियंका मिश्रा को प्रशस्ति पत्र एवं नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। स्वच्छतम डाकघर के लिये जी0पी0ओ0 लखनऊ, स्वच्छतम रेल डाक सेवा कार्यालय के लिये आगरा परिक्षेत्र तथा स्वच्छतम स्पीड पोस्ट सेंटर के लिये आगरा परिक्षेत्र को भी सम्मानित किया गया।
कार्यालय में चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री वी0पी0 सिंह ने स्वागत उद्बोधन देते हुये कहा कि डाक बैंकिंग के प्रति लोगों में विश्वास बढ़ा है। कार्यक्रम में डाक सेवा पर आधारित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गयी।