गठबंधन में शामिल होने की नहीं छोड़ी उम्मीद राष्ट्रीय लोकदल ने
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठबंधन के बाद भी राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) को उम्मीद है कि उन्हें इस गठबंधन में शामिल किया जाएगा लेकिन अभी भी सीटों को लेकर पेंच फंसा है।
रालोद पांच सीटें मांग रही है जबकि सपा और बसपा ने दो ही सीटें सहयोगियों के लिए छोड़ी हैं। दोनों दलों ने कल संवाददाता सम्मेलन के दौरान रालोद का नाम भी नहीं लिया। हालांकि सूत्र बताते हैं कि सपा अपने कोटे से भी उसे एक सीट दे सकती है लेकिन तीन सीटों पर रालोद कितना तैयार होगा यह देखना है। इसीलिए रालोद प्रमुख अजीत सिंह ने अन्य विकल्प भी खोल रखे हैं।
इससे पहले गठबंधन में शमिल होने को लेकर अजीत सिंह के बेटे जयंत बात कर रहे थे। लेकिन अब अचानक चौधरी अजीत सिंह प्रकट हुए उन्होंने मीडिया के सामने अपने बयान देने शुरू कर दिए। बताया जा रहा है कि उन्हें सपा बसपा ने अपने होने वाले संवाददाता सम्मेलन से पहले विश्वास में नहीं लिया है। यह बात चौधरी को नगवार गुजरी है। वह लगातार सीट शेयरिंग की बात करने लगे हैं। अन्य विकल्प भी तलाशने शुरू कर दिए हैं।