मणिपुर में पहली बार भाजपा की अगुवाई में सरकार, बीरेन सिंह ने विश्वासमत जीता...
मणिपुर में बीजेपी के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली नई सरकार ने शक्ति परीक्षण में अपनी ताकत साबित कर दी. मणिपुर में पहली बार भाजपा की अगुवाई में सरकार का गठन हुआ है. 11 मार्च को घोषित चुनाव परिणामों में मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस 28 सीटों के साथ पहले स्थान पर रही थी, जबकि भाजपा को सिर्फ 21 सीटें हासिल हुई थीं. लेकिन भाजपा ने अन्य विधायकों के समर्थन के दावों के साथ सरकार गठन का दावा पेश किया था, जिसे राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने मान लिया, और उन्हें सरकार बनाने का न्योता दे दिया. वहीं फ्लोर टेस्ट से ठीक पहले मणिपुर में करीब पांच महीने से जारी यूनाइटेड नगा काउंसिल (यूएनसी) की आर्थिक नाकेबंदी रविवार रात समाप्त हो गई.राज्य में पूर्व मुख्यमंत्री ओ इबोबी सिंह की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार के सात नये जिले बनाये जाने के फैसले के खिलाफ यूएनसी ने एक नवंबर, 2016 को आर्थिक नाकेबंदी शुरू की थी. दो राष्ट्रीय राजमार्गों- एनएच-2 और एनएच-37 पर नाकेबंदी से राज्य में आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में भारी वृद्धि हो गई और सामान्य जन-जीवन प्रभावित रहा. राज्य में हाल ही में हुये विधानसभा चुनाव में यह एक बड़ा मुद्दा बना रहा. राज्य में हाल ही में हुये विधानसभा चुनाव में यह एक बड़ा मुद्दा बना रहा. ‘नवगठित सरकार के इस पहले कदम’ की सराहना करते हुये मणिपुर की राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने कहा कि आर्थिक नाकेबंदी के समाप्त होने से राज्य में शांति और समृद्धि आएगी. मुख्यमंत्री बिरेन सिंह ने कहा कि नाकेबंदी को समाप्त करना ‘सिर्फ शुरुआत भर है’ और उनकी सरकार राज्य के लोगों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किये गये वादों को पूरा करने की कोशिश कर रही है.