सावित्री ने शादी का जोड़ा पहनकर शहीद पति को दी अंतिम विदाई
पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवान तिलक राज को पत्नी सावित्री ने उसी दुल्हन के जोड़े में अंतिम विदाई दी जिसे पहनकर वह पहली बार अपने ससुराल आई थीं। सावित्री की आंखों से आंसू रुक नहीं रहे थे।पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवान तिलक राज को पत्नी सावित्री ने उसी दुल्हन के जोड़े में अंतिम विदाई दी जिसे पहनकर वह पहली बार अपने ससुराल आई थीं। सावित्री की आंखों से आंसू रुक नहीं रहे थे।इतिहासकार प्रेम सागर ने बताया कि पति-पत्नी जब शादी की रस्में निभाते हैं तो एक रस्म यह भी होती है। इस रस्म में पत्नी कहती है कि मैं सदा सुहागिन रहूंगी। प्रेम सागर ने बताया कि इसका मतलब यह है कि वह पति से पहले इस दुनिया को अलविदा कहेगी।प्रेम सागर ने बताया कि अगर ऐसा नहीं हुआ यानी किसी भी वजह से पति की मौत पहले हो गई तो वह अपने पति को उसी दुल्हन के जोड़े को पहनकर विदा करेगी जो उसने शादी में पहना है। शहीद तिलक राज की पत्नी सावित्री ने भी इस परंपरा को निभाया है।गमगीन माहौल के बीच शहीद तिलक राज का ढाई साल का बड़ा बेटा वरुण अपने 22 दिन के रोते हुए छोटे भाई को चूम कर चुप करवाने की कोशिश करता रहा। घर के कमरे में पास में ही शहीद पिता तिलक राज का ताबूत खोलकर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। वरुण बार बार ताबूत को देखने की जिद कर रहा था। इसके बाद परिजन वरुण को मां और छोटे भाई के पास ले लाए। छोटा भाई रो रहा था। वरुण ने छोटे भाई को चूमा और चुप कराने की कोशिश की।शहीद के अंतिम दर्शन के लिए भीड़ इतनी उमड़ी कि शहीद की अंतिम यात्रा घर के मुख्य गेट से नहीं निकल पाई। घर के आंगन से सड़क तक भीड़ को देखते हुए पार्थिव शरीर को घर के पीछे से खेतों के रास्ते ले जाया गया।