सत्ता की लालच के लिए देश पर आपातकाल थोप दिया गया - अमित शाह
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय गृह मंत्री ने 1975 के आपातकाल के लिए कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। शाह ने गुरुवार को कहा कि एक परिवार की सत्ता की लालसा ने देश पर आपातकाल थोप दिया। उन्होंने कहा कि रातोंरात देश एक जेल में तब्दील हो गया। इस दौरान प्रेस की स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की आजादी छीन ली गई और गरीबों एवं वंचितों पर अत्याचार हुए।
45 साल पहले देश में आपातकाल लागू करने को लेकर कांग्रेस पार्टी पर बीजेपी ने तीखा हमला बोला है। इस बार कांग्रेस पर हमले की बागडोर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संभाली है। शाह ने गुरुवार की सुबह कई ट्वीट के माध्यम से कांग्रेस पर आरोप लगाया कि "45 साल पहले एक पार्टी ने सत्ता की लालसा के लिए देश पर आपातकाल थोप दिया, रातों-रात पूरे देश को एक जेल में परिवर्तित कर दिया गया। प्रेस, अदालत और बोलने की आजादी खत्म कर दी गयी। गरीबों पर अत्याचार किया गया।"
शाह ने कहा कि लाखों लोगों की जद्दोजहद की वजह से आपातकाल तो खत्म हो गया, लेकिन कांग्रेस पार्टी में यह मानसिकता अभी भी कायम है। एक परिवार की इच्छा पूरी पार्टी पर भारी पड़ती है।
हाल ही में कांग्रेस वकिर्ंग कमिटि की एक बैठक में हुये घटनाक्रम की ओर इशारा करते हुए अमित शाह ने कहा कि "इस बैठक में एक वरिष्ठ और युवा नेता को बोलने से रोका गया, उन्हें डांट कर चुप करा दिया गया। साथ ही कांग्रेस के एक प्रवक्ता को जबरन पद से हटा दिया गया।"
उन्होंने कहा कि असल में कांग्रेस के नेता पार्टी में घुटन महसूस कर रहे हैं।
ऐसे में अमित शाह ने कांग्रेस से विपक्षी पार्टी होने के नाते पूछा कि "क्यों अब तक आपातकाल वाली मानसिकता है, ऐसा क्यों है कि जो लोग राजवंश से संबद्ध नहीं हैं, उनको पार्टी में बोलने नहीं दिया जाता है? क्यों कांग्रेस के नेता पार्टी में कुंठित हो रहे हैं? और क्यों कांग्रेस पार्टी आम आदमी से दूर होती जा रही है?"