2 सितंबर से लेकर 31 अक्टूबर तक रहेगा आश्विन मास
अश्विन महीने की शुरुआत 2 सितंबर से हो रही है। जो कि 31 अक्टूबर तक रहेगा। इस बार ये महीना 30 नहीं बल्कि 60 दिन का रहेगा। आश्विन हिन्दू पंचांग के अनुसार वर्ष का सातवाँ माह है। आश्विन मास को 'क्वार' भी कहा जाता है। आश्विन मास में अनेक व्रत तथा उत्सव होते हैं। इस वजह से इन दिनों 2 की जगह 4 एकादशी व्रत होंगे और 1 की बजाय 2 पूर्णिमा आएंगी। अधिकमास के कारण ऐसा होगा। अधिकमास सौरवर्ष और चांद्रवर्ष के बीच के अंतर को दूर करने की व्यवस्था है। ये उसी तरह है जिस तरह अंग्रेजी कैलेंडर में हर चौथे साल लीप ईयर आता है।
विष्णुधर्मसूत्र में स्पष्ट कहा गया है कि यदि कोई व्यक्ति इस मास में प्रतिदिन घृत का दान करे तो वह न केवल अश्विनी को संतुष्ट करेगा अपितु सौन्दर्य भी प्राप्त करेगा।ब्राह्मणों को गोदुग्ध अथवा गोदुग्ध से बनी अन्य वस्तुओं सहित भोजन कराने से उसे राज्य की प्राप्ति होगी।आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को पौत्र द्वारा, जिसके पिता जीवित हों, अपने पितामह तथा पितामही के श्राद्ध का विधान है। इसी दिन नवरात्र प्रारम्भ होता है।