World Ozone Day: जानिए क्यों मनाया जाता है विश्व ओजोन दिवस
ओजोन दिवस हर साल पूरी दुनिया में 16 सितंबर को मनाया जाता है. हर साल ओजोन परत(लेयर) के संरक्षण के लिए एक अलग थीम तैयार करके लोगों को इसके महत्व के बारे में जानकारी दी जाती है, इस बार का थीम है ‘जीवन के लिए ओजोन’. ओजोन दिवस का उद्देश्य ओजोन परत के संरक्षण के लिए लोगों को जागरुक करना है. वैज्ञानिकों का मानना हैं कि ओजोन परत के बिना धरती पर जीवन का अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा.
ओजोन परत का संरक्षण बेहद जरूरी हो जाता है. ओजोन परत को इंसानों द्वारा बनाए गए कैमिकल्स से काफी नुकसान पहुंचता है. फैक्ट्री और अन्य उद्योग से निकलने वाले कैमिकल्स हवा में फैलकर प्रदूषण फैला रहे हैं. ओजोन परत के बिगड़ने से जलवायु परिवर्तन हो रहा है. ऐसे में अब इस गंभीर संकट को देखते हुए विश्वभर में इसके संरक्षण को लेकर जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है.
आइए जानते है कि क्या है ओजान परत?
ओजोन परत पृथ्वी के वायुमंडल की एक परत है. ओजोन परत हमें सूरज से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाती है. ओजोन परत के बिना जीवन सकट में पड़ सकता है, क्योंकि अल्ट्रा वाइलट किरणें अगर सीधा पृथ्वी पर पहुंच जाए तो ये मनुष्य, पेड़-पौधों और जानवरों के लिए बेहद खतरनाक साबित होगा. ओजोन की परत की खोज 1913 में फ्रांस के भौतिकविदों फैबरी चार्ल्स और हेनरी बुसोन ने की थी.
ओजोन (यानी O3) आक्सीजन के 3 परमाणुओं से मिलकर बनने वाली एक गैस है जो वायुमण्डल में बहुत कम मात्रा 0.02% में पाई जाती हैं. धरती से 30-40 किमी की ऊंचाई पर ओजोन गैस का 91% हिस्सा एकसाथ मिलकर ओजोन की परत का निर्माण करता है.
यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ओजोन परत के संरक्षण के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने साल 1994 में 16 सितंबर की तारीख को ‘अंतरराष्ट्रीय ओजोन दिवस’ मनाने का ऐलान किया.जिसके बाद पहली बार विश्व ओजोन दिवस साल 1995 में मनाया गया था. जिसके बाद प्रत्येक साल 16 सितंबर को विश्व ओजोन दिवस मनाया जाता है.