Parliament Session : राज्यसभा से बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीन की कथनी और करनी में फर्क.
संसद के मानसून सत्र का आज चौथा दिन है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लोकसभा के बाद गुरुवार को भारत-चीन सीमा पर जारी विवाद को लेकर ऊपरी सदन में बयान दे रहे हैं. इसे लेकर विपक्ष के हंगामे के आसार लग रहे हैं. वहीं बताया जा रहा है कि गृह मंत्री अमित शाह आज संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेंगे.रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के भाषण के बाद राज्यसभा की कार्यवाही शुक्रवार सुबह नौ बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.चीन की कथनी और करनी में फर्क
राज्यसभा में बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा पर अगर तनाव जारी रहेगा तो द्विपक्षीय रिश्तों पर इसका सीधा असर आएगा. हमारी सेना ने चीन को भारी नुकसान पहुंचाया. चीन की कथनी और करनी में फर्क है. उन्होंने कहा कि मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम देश का मस्तक किसी भी कीमत पर झुकने नहीं देंगे और न ही हम किसी का मस्तक झुकाना चाहते हैं.रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लद्दाख में एलएसी के हालातों को लेकर राज्यसभा में कहा कि सीमा विवाद अभी अनसुलझा है.दोनों देशों के बीच हुए समझौतों की चीन अनदेखी कर रहा है. वो एलएसी को नहीं मानता है. हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. 15 जून को, कर्नल संतोष बाबू ने अपने 19 बहादुर सैनिकों के साथ भारत की अखंडता का बचाव करने के उद्देश्य से गलवान घाटी में सर्वोच्च बलिदान दिया.
प्रधानमंत्री खुद सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए लद्दाख गए. केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में लगभग 38,000 वर्ग किलोमीटर पर चीन का अवैध कब्जा है. इसके अलावा, 1963 के तथाकथित चीन-पाकिस्तान 'सीमा समझौते' के तहत, पाकिस्तान ने अवैध रूप से भारतीय क्षेत्र में पीओके से चीन तक एक लाख 80 हजार वर्ग किमी को सीज किया.