राज्यपाल ने रबीन्द्र नाथ टैगोर की जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की

लखनऊ: 7 मई, 2018
राज्यपाल ने कहा कि रबीन्द्र नाथ टैगोर जी शब्दों के महावीर थे। उन्होंने साहित्य की सभी विधाओं पर रचना लिखी। राज्यपाल ने कहा कि उन्होंनेे कविता, गीत, नाट्य, कहानी एवं उपन्यास आदि विधाओं पर लिखकर साहित्य का साम्राज्य स्थापित किया। उनकी वाणी, भाषा एवं जो विचार निकले वह अद्भुत हैं। उन्होंने अपनी कलम से स्नेह, प्यार एवं भारतीय संस्कृति के मूल्यों की रचना की। उन्होंने कहा कि रबीन्द्र नाथ टैगोर की रचनाओं से भारत एवं बांग्लादेश के राष्ट्रगान बने।
श्री नाईक ने कहा कि हमारे लिए गर्व की बात है कि उनकी रचना गीतांजलि को विश्वस्तर पर प्रसिद्धि मिली तथा उसे साहित्य का नोबेल पुरस्कार दिया गया। रवीन्द्र नाथ टैगोर जी प्रथम भारतीय साहित्यकार थे जिन्हें विश्व स्तर पर सराहा गया। उन्होंने कहा कि सबसे अधिक भाषाओं में गीतांजलि का अनुवाद किया गया है। गीतांजलि की गुणवत्ता को पहचानकर ही नोबेल पुरस्कार दिया गया। राज्यपाल ने कहा कि हम सभी लोगों को रबीन्द्र नाथ ठाकुर जी के विचारों को अपनाना चाहिए। उनके बताये रास्ते पर चलकर ही हम एक योग्य नागरिक बन सकते हैं।
इससे पूर्व नवयुग रेडियन्स की छात्राओं ने राष्ट्रगान एवं रबीन्द्र नाथ टैगोर की प्रसिद्ध रचना ‘एकला चलो रे’ की प्रस्तुति भी दी। बच्चों ने रबीन्द्र नाथ टैगोर की हाथ से बनाई गयी पोटेªट भी राज्यपाल को भेंट किया।