यूपी विधान परिषद चुनाव संपन्न, रायबरेली में रिकॉर्ड 99.35% वोटिंग
लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधान परिषद (UP Legislative Council Election) की 27 सीटों के लिए सुबह 8 बजे से चल रही मतदान की प्रक्रिया शाम 4 बजे संपन्न हो गयी है. इस दौरान रायबरेली सीट पर सबसे ज्यादा वोटिंग हुई है, यहां 99.35 फीसदी वोट पड़े हैं. इसके अलावा सबसे कम वोटिंग (95.59 फीसदी) रामपुर में हुई है. बता दें कि इस बार 36 सीटों के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हुई थी, लेकिन भाजपा की नौ सीटों पर निर्विरोध जीत के कारण बाकी बची 27 सीटों के लिए वोटिंग हुई थी. हालांकि समाजवादी पार्टी ने चुनाव के दौरान भाजपा पर धांधली का आरोप लगाया है.
यूपी विधान परिषद चुनाव 2022 में रायबरेली 99.35 फीसदी मतदान हुआ है. इसके अलावा सहारनपुर में 96.87, संभल में 96.67, बरेली में 98.39, अमरोहा में 99.26, बाराबंकी में 99.16, झांसी-ललितपुर-जालौन में 98.94, कुशीनगर में 98.31, आजमगढ़-मऊ में 99.2, गोंडा में 98.28, उन्नाव में 99.16 और गाजीपुर में 98.88 फीसदी मतदान हुआ है.
वाराणसी में 98.52 फीसदी तो आगरा-फिरोजाबाद सीट पर 98.06 फीसदी मतदान
वहीं, कन्नौज में 96.81 फीसदी, सुल्तानपुर-अमेठी में 98.77, गोरखपुर-महाराजगंज में 96.50, सहारनपुर में 96.69, जौनपुर में 98.28 और वाराणसी में 98.52 फीसदी मतदान हुआ है. इसके अलावा आगरा-फिरोजाबाद सीट पर 98.06, शाहजहांपुर में 97.38, बिजनौर में 96,14, रामपुर में 95.59, देवरिया में 98.11, उन्नाव में 99.16 और सिद्धार्थनगर सीट पर 96.71 फीसदी वोट डाले गए हैं. जबकि यूपी में विधान परिषद चुनाव शांतिपूर्ण रहा है. वैसे इस चुनाव में भाजपा और समाजवादी पार्टी के ही बीच मुकाबला है, क्योंकि कांग्रेस के साथ-साथ बसपा ने भी कोई कैंडिडेट नहीं उतारा है.
ऐसा है 100 सदस्यीय विधान परिषद का हाल
बता दें कि प्रदेश की 100 सदस्यीय विधान परिषद में इस समय भाजपा के 35, सपा के 17, बसपा के चार तथा कांग्रेस, अपना दल निषाद पार्टी और निर्दल समूह का एक-एक सदस्य है.वहीं, शिक्षक दल के दो सदस्य हैं, तो एक निर्दलीय सदस्य है. यूपी विधान परिषद की 36 सीट पिछली 7 मार्च को संबंधित सदस्यों का कार्यकाल समाप्त होने के कारण रिक्त हो गई थीं. इसके अलावा सदन में 37वीं सीट नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन के निधन की वजह से खाली हुई है. जबकि विधान परिषद चुनाव में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, खंड विकास परिषदों के अध्यक्ष एवं सदस्य, जिला पंचायत अध्यक्ष और नगरीय निकायों के पार्षद मतदाता होते हैं. इसके अलावा विधायक और सांसद भी इस चुनाव में वोट डालते हैं.