महंगाई दर बढ़कर पांच महीने में सबसे ज्यादा स्तर पर
देश में महंगाई दर बढ़कर पिछले पांच महीनों में सबसे ज्यादा हो गई है. जून 2018 में खुदरा महंगाई दर 5 फीसदी हो गई है. इससे एक महीना पहले यह 4.87 फीसदी थी.
खुदरा महंगाई दर सालाना 5.30 फीसदी पर रहेगी. रिजर्व बैंक के लिए महंगाई अब भी एक चुनौती बनी हुई है. आरबीआई का टारगेट मीडियम टर्म में 4 फीसदी पर लाना है जो पिछले 8 महीनों का सबसे निचला स्तर है.गुरुवार को जारी आंकड़ों से आरबीआई के पॉलिसी रेट बढ़ाने के चांस बढ़ गए हैं. आरबीआई अगस्त में मॉनेटरी पॉलिसी रिव्यू करने वाली है. पिछले महीने आरबीआई ने रेपो रेट में इजाफा किया था. तब रेपो रेट 25 बेसिस अंक यानी 0.25 फीसदी बढ़ाया गया था. पिछले 4 साल में यह पहला मौका था जब आरबीआई ने पॉलिसी रेट बढ़ाया था.
खुदरा महंगाई दर सालाना 5.30 फीसदी पर रहेगी. रिजर्व बैंक के लिए महंगाई अब भी एक चुनौती बनी हुई है. आरबीआई का टारगेट मीडियम टर्म में 4 फीसदी पर लाना है जो पिछले 8 महीनों का सबसे निचला स्तर है.गुरुवार को जारी आंकड़ों से आरबीआई के पॉलिसी रेट बढ़ाने के चांस बढ़ गए हैं. आरबीआई अगस्त में मॉनेटरी पॉलिसी रिव्यू करने वाली है. पिछले महीने आरबीआई ने रेपो रेट में इजाफा किया था. तब रेपो रेट 25 बेसिस अंक यानी 0.25 फीसदी बढ़ाया गया था. पिछले 4 साल में यह पहला मौका था जब आरबीआई ने पॉलिसी रेट बढ़ाया था.
औद्योगिक उत्पादन घटा
जून में जारी आंकड़ों से साफ हो गया कि कंज्यूमर पर दोहरी मार पड़ी है. एक तरफ महंगाई बढ़ गई है तो दूसरी तरफ औद्योगिक उत्पादन में गिरावट आई है.