UP By-Election / कांग्रेस और सपा में सीट शेयरिंग डन, जानें कौन कितनी सीटों पर लड़ेगा
UP By-Election: उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय हो गया है। सपा के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने जानकारी दी है कि दोनों पार्टियों के बीच यह सहमति बनी है कि कांग्रेस 2 विधानसभा सीटों पर और सपा 8 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। इस गठबंधन का उद्देश्य भाजपा के खिलाफ एक संयुक्त मोर्चा बनाकर मुकाबला करना है, जिससे विपक्षी पार्टियों की ताकत को एकजुट किया जा सके।
कब होगी वोटिंग?
चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। यह उपचुनाव 13 नवंबर को होगा, जबकि सभी सीटों के नतीजे 23 नवंबर को महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों के परिणामों के साथ घोषित किए जाएंगे। हालांकि, मिल्कीपुर विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव की तारीख का ऐलान अभी नहीं किया गया है।
सीट शेयरिंग का महत्व
सपा और कांग्रेस के बीच यह सीट शेयरिंग फॉर्मूला उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा कदम माना जा रहा है, क्योंकि हाल के वर्षों में दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर कई उतार-चढ़ाव देखने को मिले हैं। दोनों पार्टियां मिलकर भाजपा के मजबूत आधार को चुनौती देने की तैयारी कर रही हैं। सीटों का बंटवारा इस बात का संकेत है कि दोनों पार्टियां अपने मतदाताओं को साधने के लिए रणनीतिक रूप से कदम उठा रही हैं।
उपचुनाव की अहमियत
उत्तर प्रदेश में होने वाले यह उपचुनाव भाजपा, सपा और कांग्रेस के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं, क्योंकि ये चुनाव 2024 के आम चुनाव से पहले जनता की नब्ज़ को समझने का एक बड़ा अवसर होंगे। उपचुनाव के नतीजे यह संकेत देंगे कि मतदाता किस ओर रुख कर रहे हैं और आगामी चुनावों के लिए राजनीतिक समीकरण क्या हो सकते हैं।
सपा और कांग्रेस का यह गठबंधन भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकता को दर्शाता है, जिसका असर प्रदेश की राजनीति पर लंबी अवधि तक पड़ सकता है।