शताब्दी-दूरंतो जैसी वीआईपी ट्रेनों की सफाई के लिए रेलवे लेगा फीडबैक, पैसेंजर्स करेंगे फैसला...
नई दिल्ली. देश के बड़े रेलवे स्टेशंस, शताब्दी, राजधानी और दूरंतो जैसी ट्रेनों में सफाई व्यवस्था कैसी है, इसका फैसला अब पैसेंजर्स करेंगे। रेलवे अपने पैसेंजर्स से सफाई का फीडबैक लेगा। सीनियर रेलवे ऑफिसर के मुताबिक, "रेलवे जल्द ही देश के 407 बड़े स्टेशंस और 200 ट्रेनों में सफाई के हालात जानने के लिए एक सर्वे करवाएगा| इस सर्वे में सभी लोगो से रेल कर्मचारी संपर्क कर जानेगे सफाई व्यवस्था की कहानी |
रेलवे ऑफिसर के मुताबिक, ट्रेनों और स्टेशंस की सफाई व्यवस्था से जुड़ी सारी तस्वीरें यात्री डिपार्टमेंट को भेज सकें, इसके लिए जल्द ही एक सेंट्रल कंट्रोल रूम बनाया जाएगा।
- "कंट्रोल रूम को ट्रेनों में हाउसकीपिंग, टॉयलेट की कंडीशन, वेस्ट डिस्पोजल, पेस्ट कंट्रोल सिस्टम के बारे में पैसेंजर्स जानकारी दे सकेंगे।"
- "इस सर्वे के नतीजों के आधार पर ट्रेनों और रेलवे स्टेशंस की रैंकिंग की जाएगी।"
- "इस सर्वे का मकसद सफाई के लिए पैसेंजर्स को अवेयर करना और रेलवे के स्टाफ से जुड़ी समस्याओं को दूर करना है।"
- "प्रीमियर ट्रेंनों के अलावा इस सर्वे में जनशताब्दी, संपर्क क्रांति और इंटरसिटी ट्रेनों को भी शामिल किया जाएगा।"
- "प्रीमियम ट्रेनों में 50 पैसेंजर्स और दूसरी ट्रेनों में 30 पैसेंजर्स से सफाई का फीडबैक लिया जाएगा।"
इससे पहले भी बड़े स्टेशनों पर सफाई व्यवस्था की असलियत पता लगाने के लिए डिपार्टमेंट ने IRCTC के जरिए पैसेंजर्स का फीडबैक लिया था।