दिग्गज डायरेक्टर श्याम बेनेगल का हुआ निधन, लंबे समय से थे बीमार, 90 साल की आयु में हुए दुनिया से अलविदा
भारतीय सिनेमा के दिग्गज डायरेक्टर श्याम बेनेगल का निधन हो गया है. वे काफी वक्त से बीमार थे. उन्होंने ‘अंकुर’, ‘जुबैदा’ जैसी फिल्में बनाई थीं. वे ‘भारत एक खोज’ जैसे लोकप्रिय सीरियल के निर्देशक भी थे. श्याम बेनेगल ने मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में आखिरी सांस ली. उन्हें भारत सरकार ने सिनेमा में उनके योगदान के लिए पद्म श्री और पद्म भूषण से सम्मानित किया था. श्याम बेनेगल 70 के दशक के बाद के सबसे बड़े फिल्ममेकर्स में से एक थे.
श्याम बेनेगल ने अपनी शानदार फिल्मों के लिए कई अवॉर्ड जीते थे, जिनमें अठारह नेशनल फिल्म अवॉर्ड, एक फिल्मफेयर अवॉर्ड और एक नंदी अवॉर्ड शामिल है. उन्हें 2005 में सिनेमा के क्षेत्र में भारत के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया. श्याम बेनेगल का जन्म हैदराबाद में हुआ था. उन्होंने कॉपीराइटर के तौर पर अपना करियर शुरू किया था. डायरेक्टर ने 1962 में गुजराती भाषा में अपनी पहली डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘घेर बैठा गंगा’ बनाई. उनकी पहली चार फीचर फिल्में ‘अंकुर’, ‘निशांत’, ‘मंथन’ और ‘भूमिका’ नए दौर के सिनेमा का प्रतीक बन गई थीं.
मशहूर रचनाओं पर भी बनाई थीं शानदार फिल्में
श्याम बेनेगल ने 1990 के दौर में भारत की मुस्लिम महिलाओं पर केंद्रित फिल्में बनाई, जिसकी शुरुआत ‘मम्मो’ से हुई. यह फिल्म 1994 में रिलीज हुई थी. उन्होंने फिर ‘सरदारी बेगम’ और ‘जुबैदा’ से भारतीय मुस्लिम महिलाओं के जीवन को बयां किया. डायरेक्टर ने ‘जुबैदा’ से बॉलीवुड के मैनस्ट्रीम सिनेमा में एंट्री की थी, जिसमें बॉलीवुड स्टार करिश्मा कपूर ने अभिनय किया था. फिल्म का संगीत एआर रहमान ने तैयार किया था. श्याम बेनेगल ने साल 1992 में धर्मवीर भारती के लोकप्रिय नॉवेल ‘सूरज का सातवां घोड़ा’ पर फिल्म बनाई थी, जिसने 1993 में हिंदी में बेस्ट फिल्म का नेशनल फिल्म अवॉर्ड जीता था.