लखनऊ विश्वविद्यालय "समाजशास्त्र पूर्व छात्र कल्याण परिषद का द्वितीय सम्मेलन" धूमधाम से मना पुरातन छात्रों ने अपने रखे विचार ....सांस्कृतिक संध्या भी हुई....
बड़ासमाजशास्त्र विभाग के पूर्व छात्र संघ से कई कल्याणकारी कार्य किए जा सकते हैं इसका आज शुभारंभ हो चुका है मेरे विचार से इससे विभाग को जो लाभ तो होगा ही आने वाली पीढ़ियां और शिक्षक छात्र भी सदैव एक आत्मीयता से जुड़े रहेंगे- प्रोफेसर डी.आर. साहू विभागाध्यक्ष समाजशास्त्र विभाग लखनऊ विश्वविद्यालय
प्रोफेसर एसके चौधरी ने कहा लखनऊ विश्वविद्यालय समाजशास्त्र विभाग 1921 में आरंभ हुआ था और यहां से कई मेधावी छात्र देश के विकास में योगदान किए हैं पूर्व छात्रसंघ एक संरचनात्मक परिवर्तन है जिसके कारण जिसके माध्यम से बहुत से सृजनात्मक कार्य किए जा सकते हैं.
कार्यक्रम का प्रबंधन पूर्व छात्र मुख्य कर्ता-धर्ता छात्रों डॉक्टर योगेश तिवारी पूर्व राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश जो सदैव सामाजिक सरोकारों से जुड़े रहे एवं डॉक्टर अनिल कुमार और रूपाली त्रिवेदी वरिष्ठ पत्रकार एवं डॉ अनीता मिश्रा संध्या मिश्रा गीता सिंह प्रीति निगम ज्ञानेश्वर श्रीवास्तव अलका धूपर डॉ विश्वनाथ मिश्र डॉ मनिंद्र तिवारी ममता पांडे अरविंद पांडे नीरज अरोड़ा प्रज्ञा अदिति अंशुल ऋषभ आदि मुख्य थेl
लखनऊ : 26 मई लखनऊ आज लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर जेके ब्लॉक में डी पी मुखर्जी सभागार में पूर्व छात्र कल्याण परिषद का दूसरा सम्मेलन का आयोजन किया गया कार्यक्रम का उद्घाटन समाजशास्त्र के पूर्व छात्र डॉ एससी तिवारी डॉ आरके कटियार एवं विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डीआर साहू द्वारा एवं उनके सहयोगी एस के चौधरी प्रोफेसर राजेश मिश्रा ने दीप प्रज्वलित करके किया पूर्व छात्रों ने अपने पुराने मित्रों के साथ मिलकर संस्मरण साझा एवं विचार व्यक्त किए संगीत नृत्य के माध्यम से कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया पूर्व छात्र डॉक्टर एससी तिवारी ने कहा अतीत और वर्तमान के समाजशास्त्र में बहुत बड़ाअंतर पाया जाता है आज आधुनिक समाज का विश्लेषण हो रहा है... डॉक्टर आरके कटियार ने कहा कि पहले छात्रों एवं शिक्षकों के बीच बहुत अधिक अनुशासन और श्रेय रहता था लेकिन आज बहुत लचीलापन आ गया है लोकतांत्रिक माहौल का विकास शैक्षणिक माहौल में हुआ है....प्रोफेसर राजेश मिश्र ने कहा कि विश्वविद्यालय में शिक्षण एवं शोध कार्य का अवसर कम लोगों को मिलता है और इन्होंने अपने पढ़ाए हुए पूर्व छात्रों की भरपूर प्रशंसा एवं प्रोत्साहन किया ....