महाराष्ट्र:पुत्र मोह में उद्धव ठाकरे ...सरकार बनाने के लिए शिवसेना जाएगी किसी भी हद तक लेगी कांग्रेस से बाहर से समर्थन

By Tatkaal Khabar / 11-11-2019 01:08:39 am | 11532 Views | 0 Comments
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महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर इस वक्त बड़ी खबर आ रही है. सूत्रों के मुताबिक, राज्य में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस शिवसेना को बाहर से समर्थन करेगी. इससे पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सीधे फोन पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बात की. वहीं, सोनिया गांधी के साथ दिल्ली में कांग्रेस के बड़े नेताओं की बैठक चल रही है. इस बैठक में महाराष्ट्र कांग्रेस के दिग्गज नेताओं समेत अहमद पटेल और एके एंटनी जैसे वरिष्ठ नेता भी मौजूद हैं.केंद्र की मोदी सरकार में शामिल शिवसेना के इकलौते मंत्री अरविंद सावंत ने इस्तीफे का ऐलान किया है. ट्विटर पर इस्तीफे के फैसले की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि शिवसेना का पक्ष सच्चा है. झूठे माहौल के साथ नहीं रहा सकता है. यह फैसला ऐसे में उन्होंने किया है जब महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की सरकार बनाने की खबरें हैं. अरविंद सावंत के इस्तीफे के ऐलान के साथ ही तय हो गया है कि शिवसेना एनडीए से बाहर हो गई है. शिवसेना और बीजेपी की दोस्ती 30 साल पुरानी थी. महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर कांग्रेस और एनसीपी ने भी सोमवार को बैठक बुलाई है. इस बैठक के बाद ही तय हो पाएगा कि क्या कांग्रेस और एनसीपी शिवसेना को अपना समर्थन देगी या नहीं.
केंद्र सरकार से इस्तीफा देने के बाद शिवसेना के सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि शिवसेना जो भी कह रही थी वह सच था.
महाराष्ट्र के राज्यपाल ने बीजेपी द्वारा सरकार न बनाने की बात कहने के बाद शिवसेना को सरकार बनाने का न्योता दिया है.
बताया जा रहा है कि आज शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात करेंगे.
एनसीपी ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने से पहले शिवसेना के सामने एनडीए से अलग होने की शर्त रखी थी.
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा था कि अगर शिवसेना को हमारे साथ मिलकर सरकार बनाना है तो उन्हें पहले मोदी सरकार से नाता तोड़ना होगा.
शिवसेना ने अपने मुख पत्र सामना में पिछले सप्ताह एक लेख के जरिए कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना के साथ आने की बात कही थी. बता दें कि महाराष्ट्र में फिलहाल एनसीपी के खाते में 54, कांग्रेस के पास 44 और 56 विधायक शिवसेना के पास हैं.
हालांकि, कुछ दिन पहले कांग्रेस-एनसीपी की बैठक के बाद शरद पवार ने शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाने की संभावना को खारिज कर दिया था.
सरकार बनाने में असमर्थता दिखाने के बाद महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
इस्तीफा देने के बाद फडणवीस ने कहा था कि शिवसेना जनादेश का अपमान कर रही है.
बीजेपी और शिवसेना बीते 25 वर्षों से ज्यादा समय तक गठबंधन का हिस्सा रहे हैं. महाराष्ट्र में मौजूदा हालात की वहज से इनका गठबंधन टूटने की कगार पर है.
एक राष्ट्रीय पार्टी के साथ समझौता होगा और यह देखना होगा कि वह (कांग्रेस अध्यक्ष) सोनिया गांधी को उन्हें समर्थन देने के लिए कैसे समझा पायेंगे। क्या वह उग्र हिंदुत्व के रुख को नरम करेंगे, जिसका सहारा शिवसेना लेती है, या एक समस्या खड़ी होगी, यह तो आने वाले दिनों में ही पता चलेगा।"ठाकरे के लिए एक और चुनौती यह होगी कि क्या वह मुख्यमंत्री पद स्वीकार करेंगे, हालांकि पहली बार विधायक बने उनके बेटे आदित्य को पार्टी के मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में पेश करने के लिए कुछ क्षेत्रों में मांग उठ रही है।