कोरोना संक्रमित मामलों की संख्या एक लाख के पार, भारत में अन्य देशों की तुलना में मौतें कमः स्वास्थ्य मंत्रालय
देश में कोरोनावायरस (Corona Virus) संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. पिछले 24 घंटे में 5 हजार से अधिक नए मामले आए हैं. देश में अब कोविड -19 (COVID-19) के संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर एक लाख के पार जा चुकी है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मरीजों की संख्या 1 लाख 6 हजार 750 हो गई है.
इस वायरस से अभी तक 3 हजार 303 लोग जान गंवा चुके हैं, जबकि 42 हजार 298 लोग ठीक हो चुके हैं. जिसके बाद अभी भी देश में 61 हजार 149 कोरोना वायरस के संक्रमित मामले हैं. वहीं, अगर हम पूरी दुनिया की बात करें तो अब तक करीब 49 लाख केस सामने आ चुके हैं, जिसमें 3.22 लाख लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि यह काफी संतोषजनक है कि देश में अबतक कोरोना संक्रमण के शिकार 42,298 लोग ठीक हो चुके हैं और एक्टिव केसों की संख्या 61,149 है. दुनिया के अन्य देशों की तुलना में हमारी स्थिति काफी अच्छी है जबकि जनसंख्या के मामले में हम उनसे कहीं अधिक हैं. 15 देशों में भारत के मुकाबले 83 फीसदी मौतें ज्यादा हो रही हैं. यहां सबसे ज्यादा अच्छी बात ये है कि भारत में मृत्यु दर काफी कम है.
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पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ हिस्सों से सुपर साइक्लोन अम्फान टकरा चुका है. बंगाल और ओडिशा में तूफानी हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश हो रही है। 21 साल बाद फिर तूफान से तबाही का खतरा है। बंगाल की खाड़ी में उठे अम्फान तूफान का पहला प्रहार पारादीप पर होगा, जहां तेज अंधड़ के साथ बारिश हो रही है। Bangladesh, India brace for Amphan - biggest cyclone in 20 years ... ओडिशा के तटीय जिलों में चक्रवाती तूफान अम्फान ने बुधवार शाम होने से पहले तबाही मचानी शुरू कर दी है। चक्रवात के पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ने के दौरान तेज हवाओं के साथ भारी बारिश शुरू हो गई है। तूफान की वजह से सैकड़ों पेड़ उखड़ गए हैं और बिजली व दूरसंचार के बुनियादी ढांचे को भी काफी नुकसान पहुंचा है। Cyclone Amphan- Watch: Big Waves, Rain At Site Of Cyclone Amphan's ... सरकार को चक्रवात के कारण भद्रक और केंद्रापाड़ा जिलों से दो मौतों की खबर मिली है। विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) प्रदीप जेना ने कहा, हमें भद्रक जिले के तिहड़ी में एक बच्चे की मौत की रिपोर्ट मिली है। जिला कलेक्टर ने तहसीलदार, चिकित्सा और पुलिस अधिकारियों की एक टीम भेजी है। सटीक कारण का पता लगाया जाएगा। केंद्रापाड़ा जिले के सतभाया क्षेत्र में अपने घर में ही एक 67 वर्षीय महिला की मृत्यु हो गई, क्योंकि एम्बुलेंस समय पर नहीं पहुंची। एसआरसी ने कहा कि मौत के कारण का पता लगाने के लिए जांच का आदेश दिया गया है। घास-फूस और मिट्टी के कच्चे घरों में रह रहे कुल 1,48,486 लोगों को निचले इलाकों से निकाल लिया गया है। एसआरसी ने कहा कि पिछले दो दिनों में बेहतर देखभाल के लिए 1,885 गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में स्थानांतरित किया गया है। तटीय जिलों में एनडीआरएफ और ओडीआरएएफ की 36 टीमों को तैनात किया गया है। एसआरसी ने कहा, जगतसिंहपुर, केंद्रापाड़ा और भद्रक जिलों में रूट क्लीयरिंग और रेस्टोरेशन का काम शुरू हो गया है। अधिकांश स्थानों पर पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए हैं। नुकसान का आकलन भी शुरू हो गया है। ऊर्जा सचिव बिष्णुपद सेठी ने कहा कि उन्हें चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में बिजली के बुनियादी ढांचे को नुकसान के बारे में रिपोर्ट मिली है।