उत्तर प्रदेश की युवा ताकत का योग्य उपयोग हो - राज्यपाल
कौशल विकास युवाओं को हताशा से निकालकर आशा की किरण देने वाला कार्यक्रम है - मुख्यमंत्री
लखनऊ: 1 मई, 2018
राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि युवाओं के सही मार्गदर्शन के लिए कौशल विकास योजना एक मात्र उपाय है। वर्ष 2016-17 में राज्य विश्वविद्यालय के 15,60,375 छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की गयी है। केन्द्रीय विश्वविद्यालय, सम-विश्वविद्यालय, निजी विश्वविद्यालय को जोड़कर यह संख्या और भी बढ़ जाती है, जिसका तात्पर्य है कि उत्तर प्रदेश में शिक्षित मानव संसाधन उपलब्ध है, जिसमें छात्राओं की 51 प्रतिशत भागीदारी है। उत्तर प्रदेश की युवा ताकत का योग्य उपयोग हो। उन्होंने कहा महिलाओं के लिए कौशल विकास स्पर्धा में विशेष स्थान चिन्हित करके उन्हें प्रोत्साहित किया जाये।
श्री नाईक ने युवा प्रतिभागियों को जीवन में सफलता प्राप्ति का मंत्र देते हुए कहा कि ‘सफल होना है’ कि जिद्द बनाकर प्रतिस्पर्धा में भाग लें। स्वयं में कौशल विकास के साथ-साथ अपनी दृष्टि भी स्थापित करें। नई दृष्टि से नए रास्ते उपलब्ध होते हैं। छोटी-छोटी बातों पर भी ध्यान दें क्योंकि छोटी बातों का भी जीवन में बहुत महत्व होता है। उत्तर प्रदेश आबादी की दृष्टि की देश का सबसे बड़ा प्रदेश है। बाजार की स्पर्धा को स्वीकार करना एक चुनौती है। उत्तर प्रदेश आगे बढे़गा तो देश आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का मार्ग प्रशस्त करने के लिए युवा आगे आयें। राज्यपाल ने ‘चरैवेति! चरैवेति!!’ का मर्म समझाते हुए निरन्तर आगे बढ़ने का संदेश दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कौशल विकास युवाओं को हताशा से निकालकर आशा की किरण देने वाला कार्यक्रम है। 20 लाख युवाओं को रोजगार से जोड़ा जायेगा। रोजगार के लिये अपने शहर में काम मिले तो पलायन रूकेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि 350 तहसीलों में कौशल विकास केन्द्र स्थापित हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश के लगभग सभी जिले उत्पाद या हुनर के लिये जाने जाते हैं। मंच और ब्रांडिंग के लिये ईमानदारी से प्रयास होना चाहिए। सरकार ‘एक जिला एक उत्पाद’ की योजना के अंतर्गत उत्पादों को मंच प्रदान करके ब्रांडिंग करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में उपलब्ध संभावनाओं को रोजगार में कैसे परिवर्तित किया जाये इस पर विचार होना चाहिए।
इस अवसर पर कौशल विकास मंत्री श्री चेतन चैहान ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा राज्य स्तरीय कौशल प्रतियोगिता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में श्री जयंत कृष्णा ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में सचिव कौशल विकास श्री भुवनेश कुमार और प्रबंध निदेशक श्री प्रांजल यादव को सम्मानित भी किया गया।