Farmers Protest: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह बोले ,कृषि कानूनों में संशोधन के लिए सरकार तैयार ..
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि केंद्र सरकार किसान कानूनों में हर तरह का संशोधन करने को तैयार है। किसान जहां भी जितनी बार भी बैठने को कहेंगे, बातचीत की जाएगी। सरकार हर वह संशोधन करने के लिए तैयार है, जो कृषि व्यवस्था के लिए जरूरी है। कानून के क्लाज़ दर क्लाज़ चर्चा की जाएगी। एमएसपी किसी भी कीमत पर बंद नहीं होगी। केंद्र सरकार का संकल्प है कि किसानों की आय हर हाल में दोगुनी क्या उससे ज्यादा की जाएगी।
यह बातें राजनाथ सिंह ने सोमवार को लखनऊ में शुरू हुई भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति के उद्घाटन भाषण में कहीं। उन्होंने कहा कि मैं विनम्र अपील करता हूं कि किसान आंदोलन खत्म किया जाए। बातचीत के द्वारा ही हल निकल सकता है। केवल यूपी में ही एमएसपी के जरिये किसानों से 66000 करोड़ रुपये की खरीद की गई है। उन्होंने कहा कि अगर कोई और भी दिक्कत है तो उसे भी हर हाल में दूर किया जाएगा।
सेना ने सीमा पर शौर्य और संयम दिखाया
उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि आशंका व्यक्त की जाती थी कि क्या भारत वैश्विक शक्तियों के सामने खड़ा हो सकेगा लेकिन अब साफ हो गया है कि भारत को सुपर पावर बनने से कोई नहीं रोक सकता। चाहे वाह्य सीमाओं की बात हो या आंतरिक मामला हम किसी भी मामले में समझौता नहीं कर सकते। उन्होंने चीन सीमा पर हुए संघर्ष का जिक्र करते हुए कहा कि भारत की सेनाओं ने शौर्य और पराक्रम के साथ ही संयम का भी परिचय दिया। यह बात वह नहीं कह रहे बल्कि दो दिन पहले ही क्वाड की बैठक में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कही। उन्होंने पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो अब भारत विदेश की धरती पर बैठे आतंकियों पर भी एयर स्ट्राइक करने में संकोच नहीं करता। इन सब बातों को आम लोगों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी हमारे आप जैसे पार्टी के आम कार्यकर्ताओं की है।
कानून-व्यवस्था पर योगी को सराहा
राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए कहा कि कानून-व्यवस्था के मामले पर मैं क्या कहूं...। मुस्कुराते हुए बोले-योगीजी एक बात कहते हैं वो मैं नहीं कहूंगा, हां बिलकुल साफ हो गया है...। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर अब सब कुछ दुरुस्त हो गया है। अराजकता की स्थिति में रामराज्य की परिकल्पना कतई नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि यह संयोग ही है कि जब ढांचा गिरा तब भी प्रदेश में भाजपा सरकार थी और अब जबकि मंदिर बन रहा है तो भी भाजपा सरकार है।
नरेंद्र मोदी की लाॅकडाउन लगाने पर सराहा
उन्होंने कहा कि कोरोना के वक्त जब सिर्फ सौ मौतें हुई थीं, हमारे प्रधानमंत्री ने पूरा साहस दिखाया। अर्थशास्त्रियों ने सलाह दी कि अर्थ-व्यवस्था चौपट हो जाएगी लेकिन पीएम ने दृढ़ निश्चय किया और कर दिखाया। श्रमिकों के पलायन पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को कितनी पीड़ा हुई यह वह जानते हैं क्योंकि वह साथ रहते थे। क्या किया जाए इसे लेकर पीएम परेशान थे। उन्होंने फिर महीनों तक श्रमिकों को मुफ्त में अनाज देने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि वाकई में कुछ बात है भाजपा में...किस बेहतर ढंग से मैनेज किया गया है।
70 देशों को दे रहे हैं वैक्सीन
उन्होंने वैक्सीन बनाने के लिए देश के वैज्ञानिकों का सभी मौजूद कार्यकर्ताओं से ताली बजाकर अभिनंदन करवाया।