COVID-19 Update / देश में 24 घंटे में 1000 से कम मौतें, मिले कोरोना के 46643 नए केस
कोरोना की दूसरी लहर दम तोड़ रही है लेकिन तीसरी लहर की आशंका ने बेचैनी बढ़ा दी है। इस बीच देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 46,643 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, कोरोना से होने वाली मौतों में भी कमी आई है और ये आंकड़ा हजार से नीचे चला गया है। रविवार को देश में कोरोना से 981 मरीजों की मौत हुई।
कम होते कोरोना मामलों के बीच डेल्टा प्लस की आहट भी परेशान कर रही है। इसी बेचैनी और परेशानी का अंत करने के लिए सरकार ने खाका तैयार कर लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वैक्सीन ही महामारी की रामबाण इलाज है और वैक्सीन नहीं लगवाना ज्यादा खतरनाक है।
हिंदुस्तान में अप्रैल और मई में कोहराम मचाने वाली महामारी की दूसरी लहर अब धीरे-धीरे दम तोड़ती जा रही है। तमाम राज्यों में नए मामले हर रोज गिरते जा रहे हैं लेकिन तीसरी लहर की आशंका एक नया खौफ पैदा कर रही है। इस बीच पीएम मोदी ने साफ शब्दों में कहा है कि वैक्सीनेशन ही कोरोना के खात्मे का ब्राह्मास्त्र है। बीते 21 जून से 26 जून तक रोजाना देश में 50 लाख से ज्यादा टीकाकरण हुआ है।
> 22 जून को देशभर में 5422891 वैक्सीन के डोज लगे।
> 23 जून को ये आंकड़ा बढ़कर 6483589 हो गया।
> 24 जून को इसकी रफ्तार थोड़ी कम हुई और 6073436 लोगों को वैक्सीन लगी।
> 25 जून को 6120464 लोगों ने टीका लगवाया।
> 26 जून को 58 लाख से ज्यादा लोगों ने वैक्सीन लगवाई।
> जबकि 27 जून यानी रविवार को 1663137 लोगों को वैक्सीन के डोज लगे।
बीते कल की बात छोड़ दिया जाए तो रोजाना 50 लाख से ज्यादा डोज लगाए जा रहे हैं। सरकार का जोर अब इस बात को लेकर भी है कि देश में 18 साल से नीचे के युवाओं के टीकाकरण का भी डॉक्टरी रास्ता निकाला जाए। देसी कंपनी जायडस कैडिला का 18 साल से कम उम्र के बच्चों के ऊपर ट्रायल आखिरी दौर में है। मुमकिन है कि अगले महीने तक उनके लिए भी वैक्सीन तैयार हो जाए।
केंद्र सरकार ने देश में वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर एक अनुमान पेश किया है, जिसके मुताबिक अगस्त से दिसंबर के दौरान देश में वैक्सीन की कुल 135 करोड़ डोज उपलब्ध होंगी। इसमें 50 करोड़ डोज कोविशील्ड की, 40 करोड़ डोज कोवैक्सिन की, 30 करोड़ बायो-ई की, 5 करोड़ जायडस कैडिला की और स्पुतनिक वी की 10 करोड़ डोज शामिल हैं।