पुष्कर सिंह धामी होंगे उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री
पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री होंगे. सीएम पद से इस्तीफा देने वाले तीरथ सिंह रावत ने भाजपा विधायक दल की बैठक में धामी के नाम का प्रस्ताव रखा था. इसे मंजूरी दे दी गई. तीरथ सिंह रावत के इस्तीफा देने के बाद भाजपा ने पार्टी विधायक दल की बैठक बुलाई थी. केंद्र की तरफ से कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को बैठक के लिए पर्यवेक्षक बनाया गया था. उनकी मौजूदगी में ही धामी के नाम का ऐलान हुआ.
नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया,
विधायक दल की बैठक के दौरान पुष्कर धामी को उत्तराखंड भाजपा विधायक दल का नेता नियुक्त करने का निर्णय लिया गया. हम पार्टी के फैसले पर चर्चा करने के लिए राज्यपाल के पास गए. शपथ ग्रहण समारोह कल होगा.
वहीं पुष्कर सिंह धामी ने कहा,
मेरी पार्टी ने मुझे हमेशा अपनी मां की तरह अपने पंखों के नीचे रखा है. मैं खुद को काफी भाग्यशाली मानता हूं कि पार्टी ने मुझे यह मौका दिया. मैं राज्य के दूरदराज के इलाकों में भी लोगों की सेवा करने का संकल्प लेता हूं. हम बाद में कैबिनेट में बदलाव पर चर्चा करेंगे.
परिवार ने क्या कहा?
उत्तराखंड के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर पुष्कर सिंह धामी के नाम की घोषणा होने के बाद खटीमा में उनके घर में खुशी का माहौल है. पुष्कर सिंह धामी की मां विष्णु देवी ने कहा,
मैं बहुत खुश हूं लेकिन थोड़ा दुखी हूं कि उनके पिता उन्हें उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में देखने के लिए हमारे साथ नहीं हैं. उन्होंने इसके लिए काफी मेहनत की.
पुष्कर सिंह धामी की पत्नी गीता ने कहा,
मैं पार्टी आलाकमान, पीएम मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, और जेपी नड्डा और खटीमा निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को धन्यवाद देना चाहती हूं. वह एक मध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं और लोगों की समस्याओं से अवगत हैं.
कौन हैं पुष्कर धामी
पुष्कर सिंह धामी ऊधमसिंह नगर जिले की खटीमा सीट से विधायक हैं. इससे पहले भी वह इस सीट से विधायक चुने जा चुके हैं. साल 2012 में पहली बार उन्होंने विधायकी जीती थी. इसके बाद एक बार फिर 2017 में विधायक चुने गए. पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड में बीजेपी के युवा मोर्चा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. वह साल 2002 से 2008 तक इस पद पर रहे थे.
साल 1990 से 1999 तक जिले से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक एबीवीपी में विभिन्न पदों पर भी काम किया. धामी का दावा है कि छह सालों तक प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने जगह-जगह घूमकर युवा बेरोजगारों को संगठित करने का काम किया.
उनका जन्म 16 सितंबर 1975 को पिथौरागढ के टुण्डी गांव में हुआ था. उनके पिता भारतीय सेना में रह चुके हैं. वह अपनी तीन बहनों के अकेले भाई हैं. उन्होंने मानव संसाधन प्रबंधन एवं औद्योगिक संबंध में पीजी और एलएलबी की शिक्षा पूर्ण की है.
पुष्कर सिंह धामी भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे पर आवाज उठाते रहे हैं. युवाओं के बीच पुष्कर सिंह धामी की अच्छी पकड़ मानी जाता है. राजपूत समुदाय से आने वाले धामी को RSS का करीबी माना जाता है. वे महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के भी नजदीकी हैं.